महाराष्ट्र में सियासी घमासान जारी : राष्ट्रपति शासन के प्रस्ताव को कैबिनेट की हरी झंडी

मुंबई : समाचार ऑनलाइन – महाराष्‍ट्र में पल-पल बदल रहे राजनीतिक घटनाक्रम के बीच बड़ी खबर सामने आई है। शिवसेना-बीजेपी में सीएम की कुर्सी को लेकर टकराव के बीच जहां शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस में नए गठबंधन की संभावना बनती दिख रही थी, वहीं राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की ओर से राष्ट्रपति शासन की सिफारिश के बाद केंद्रीय कैबिनेट ने भी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब सूबे में राष्ट्रपति शासन महज एक कदम दूर रह गया है। राष्ट्रपति की मंजूरी मिलते ही सूबे में राष्ट्रपति शासन लागू हो जाएगा।

 

इस बीच एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि ‘पार्टी के सभी 54 नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक हुई, जिसमें सभी फैसले लेने के लिए पार्टी अध्‍यक्ष शरद पवार को अधिकृत किया गया है। उन्‍होंने यह भी कहा कि महाराष्‍ट्र में अगर एनसीपी-शिवसेना-कांग्रेस की सरकार बनने की संभावना बनती है तो सभी पार्टियों को इसमें शामिल होना चाहिए, तभी स्थिर सरकार बनेगी।’ उन्‍होंने यह भी कहा कि ‘राज्‍यपाल ने सोमवार को ही उन्‍हें सरकार गठन के लिए अपना पक्ष स्‍पष्‍ट करने के लिए रात 8:30 बजे तक का समय दिया। कांग्रेस से इस संबंध में बातचीत जारी है। पार्टी के वरिष्‍ठ नेता अहमद पटेल, मल्लिकार्जुन खड़गे और केसी वेणुगोपाल मुंबई पहुंचने वाले हैं और शाम 5 बजे शरद पवार से उनकी बैठक होनी है, जिसमें चर्चा के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।

एनसीपी बनाएगी कमेटी, जिसके बाद तय होगी आगे की रणनीति –

एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि किसी भी निर्णय को वे अकेले नहीं लेंगे। उन्होंने बताया कि इसके लिए एक कमेटी बनाई जाएगी जो शिवसेना के साथ सरकार बनाने को लेकर अंतिम निर्णय लेगी। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि हमारे पास अकेले सरकार बनाने के लिए सही संख्या नहीं है। हमारे पास शाम 8.30 बजे तक का समय है। गौरतलब है कि केसी वेणुगोपाल, मल्लिकार्जुन खड़गे और अहमद पटेल मुंबई के लिए रवाना हो गए हैं और शाम पांच बजे एनसीपी के साथ बैठक करेंगे।