अमेरिका में राजनीतिक संकट.. ट्रंप के खिलाफ महाभियोग पर बुधवार को मतदान

नई दिल्ली . ऑनलाइन टीम : अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पर डेमोक्रेटिक नेताओं के नियंत्रण वाली अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में बुधवार को मतदान होगा। महाभियोग प्रस्ताव में निर्वतमान राष्ट्रपति पर  छह जनवरी को राजद्रोह के लिए समर्थकों को उकसाने का आरोप  है। कहा गया है कि ट्रंप ने अपने समर्थकों को कैपिटल बिल्डिंग (संसद परिसर) की घेराबंदी के लिए तब उकसाया, जब वहां इलेक्टोरल कॉलेज के मतों की गिनती चल रही थी और लोगों के धावा बोलने की वजह से यह प्रक्रिया बाधित हुई। इस घटना में एक पुलिस अधिकारी समेत पांच लोगों की मौत हो गई। अमेरिकी इतिहास में ट्रम्प पहले ऐसे राष्ट्रपति होंगे, जिन पर कार्यकाल में दूसरी बार महाभियोग प्रस्ताव लाया जाएगा।

बता दें कि 20 जनवरी को प्रेसिडेंट इलेक्ट यानी जो बाइडेन का शपथ ग्रहण कार्यक्रम है यानी ट्रम्प अब अपने पद पर सिर्फ 8 दिन और रहेंगे। हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्ज की अध्यक्ष नेंसी पेलोसी ने रविवार को ट्रम्प पर महाभियोग प्रस्ताव लाने की अनुमति दी थी। डेमोक्रेट्स को लिखे पत्र में पेलोसी ने कहा कि अगर पेंस कोई कार्रवाई नहीं करते, उस स्थिति में महाभियोग पर वोटिंग होगी। पत्र में पेलोसी ने यह भी लिखा, ‘हम पर संविधान और लोकतंत्र को बचाने की जिम्मेदारी है, लिहाजा हमें तुरंत एक्शन लेना होगा। राष्ट्रपति से इन दोनों (संविधान और लोकतंत्र) को खतरा है। जैसे-जैसे दिन गुजरते जाएंगे, राष्ट्रपति द्वारा डेमोक्रेसी को नुकसान पहुंचाने की आशंका बढ़ती जाएगी।’

अमेरिका में वोटिंग (3 नवंबर) के 64 दिन बाद संसद जो बाइडेन की जीत पर मुहर लगाने जुटी तो अमेरिकी लोकतंत्र शर्मसार हो गया। ट्रम्प के समर्थक दंगाइयों में तब्दील हो गए। कैपिटल हॉल में तोड़फोड़ और हिंसा की। यूएस कैपिटल वही बिल्डिंग है, जहां अमेरिकी संसद के दोनों सदन हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स और सीनेट हैं। कुछ वक्त तक संसद की कार्यवाही रोक दी गई थी। रिपब्लिकन पार्टी के करीब 100 सांसद ऐसे हैं, जिन्होंने साफ तौर पर हिंसक घटनाओं के लिए सीधे तौर पर अपने नेता और राष्ट्रपति ट्रम्प को जिम्मेदार ठहराया। व्हाइट हाउस के डिप्टी नेशनल सिक्योरिटी ऑफिसर, एजुकेशन मिनिस्टर और तमाम मेंबर्स ऐसे हैं जिन्होंने इस्तीफे दे दिए।

इस महाभियोग प्रस्ताव को जैमी रस्किन, डेविड सिसिलिने और टेड लियू जैसे सांसदों ने तैयार किया है, जिसे प्रतिनिधि सभा के 211 सदस्यों ने सह-प्रायोजित किया। इसे सोमवार को पेश किया गया था। सदन में बहुमत के नेता स्टेनी होयर ने सोमवार को अपने पार्टी सहकर्मियों के साथ कान्फ्रेंस कॉल के दौरान कहा कि महाभियोग को लेकर मतदान बुधवार को होगा।

डेमोक्रेटिक सांसदों के पास ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित करने के लिए प्रतिनिधि सभा में पर्याप्त मत है, लेकिन सीनेट में रिपब्लिकन नेताओं के पास 50 के मुकाबले 51 का मामूली अंतर से बहुमत है। सीनेट में महाभियोग प्रस्ताव पारित करने के लिए दो तिहाई सदस्यों के मतों की आवश्यकता होती है। सांसद इल्हान उमर ने कहा, ”मैंने महाभियोग को लेकर अभी अपना प्रस्ताव पेश किया। प्रतिनिधि सभा अब 25वें संशोधन के तहत ट्रंप को हटाने के संबंध में उपराष्ट्रपति (माइक) पेंस और कैबिनेट से अपील करने पर मतदान करेगी। यदि पेंस कार्यवाही नहीं करते हैं और सदन इस सप्ताह महाभियोग प्रस्ताव पर मतदान करेगा।