जब पुलिस कर्मी ने मांगी वर्दी में भीख मांगने की अनुमति…

पुणे। पुणे समाचार

बीमार पत्नी, रिटायर्ड पिता व माता की देखभाल करने के लिए एक पुलिस कर्मी ने अपने वरिष्ठों से वर्दी में भीख मांगने की अनुमति मांगी है। ज्ञानेश्वर प्रकाश अहिरराव नामक इस पुलिस कर्मी की यह अर्जी न केवल महकमे में चर्चा का विषय बनी है बल्कि उसे एक बार सोचने के लिए भी मजबूर कर दिया है।

मुंबई पुलिस बल में तैनात अहिरराव 20 से 22 मार्च तक छुट्टी पर थे। इस दौरान अपने मूल गांव जाने पर उनकी पत्नी का पैर फैक्चर हो गया। इसके कारण वे छुट्टी खत्म होने पर भी ड्यूटी जॉइन न कर सके। हांलाकि उन्होंने मरोल पुलिस थाने में फोन पर इसकी जानकारी दी थी। पत्नी के इलाज के बाद 28 मार्च को वे ड्यूटी जॉइन हुए फिलहाल शिवसेना प्रमुख के मातोश्री निवास पर उनकी तैनाती है।

बीमार पत्नी, छोटी बच्ची, रिटायर पिता व माता के परिवार का गुजारा करने और कर्ज की अदायगी के लिए उन्हें उनका मासिक वेतन मिलना जरूरी है। मगर उनका वेतन ही पारित नहीं किया गया। पूछने पर पता चला कि उनका वेतन केओ कर दिया गया है। वेतन न मिलने से अहिरराव और उनके परिवार को काफी दिक्कतों से जूझना पड़ रहा है। नतीजन 8 मई को उन्होंने पुलिस उपायुक्त को सरकारी वर्दी में भीख मांगने की अनुमति मांगनेवाली अर्जी दे दी। इसके साथ उन्होंने अपनी पत्नी की बीमारी व इलाज से जुड़े कागजात भी जोड़े हैं। यह अर्जी मुम्बई पुलिस आयुक्त और मुख्यमंत्री जोकि गृह विभाग के मुखिया भी हैं, को भी भेजी है।