कंटेनर लूटनेवाली गैंग पर पुलिस ने कसा शिकंजा

पिंपरी। संवाददाता :वॉशिंग मशीन, एलईडी टीवी से लदे एक कंटेनर को लूटने वाली गैंग पर शिकंजा कसने में चाकण पुलिस ने कामयाबी हासिल की है। इस गैंग के नौ सदस्यों को गिरफ्तार करते हुए 46 लाख 75 हजार रुपए का माल भी बरामद किया है। फिलहाल उनके एक फरार साथी की तलाश शुरू है। इस गैंग से चार वारदातें उजागर हुई है।
गिरफ्तार आरोपियों में माधव रोहिदास गीते (22, निवासी मेदनकरवाडी, चाकण, पुणे मूल निवासी नांदेड), मंगेश काकासाहेब शिंदे (26), प्रदीप उर्फ ज्योतीराम जालिंदर देशमुख (30, दोनों निवासी खडकी जातेगांव, करमाला, सोलापुर), गणेश शांताराम राक्षे (30, निवासी राक्षेवाडी, चाकण, पुणे), जयराम रामनाथ तनपुरे, कृष्णा उर्फ राहुल एकनाथ धनवटे, संदीप उर्फ आण्णा रावसाहेब धनवटे (43, तीनों निवासी राहुरी, अहमदनगर), राजेश महादेव बटुले (34, निवासी निघोजे, खेड, पुणे), प्रवीण शंकर पवले (23, निवासी राक्षेवाडी, खेड, पुणे) शामिल है। उनका बबुशा उर्फ बाबाजी ज्ञानेश्वर नाणेकर (निवासी नाणेकरवाडी, चाकण, पुणे) अब तक फरार है।
रांजणगाव के हायर कंपनी से वॉशिंग मशीन और एलईडी टीवी से लदा एक कंटेनर भिवंडी मुंबई जा रहा था। चाकण-शिक्रापूर रोड से जाते वक्त आरोपियों ने कंटेनर के आगे टेम्पो अड़ा कर रोका। कंटेनरचालक के हाथ-पैर बांधकर मुंह में कपड़ा ठूंसकर सुनसान जगह पर ले जाकर मारपीट की। इसके बाद वाशिंग मशीन, टीवी एलसीडी आदि 33 लाख 65 हजार रुपए के माल के साथ कंटेनर चुरा लिया। 27 नवंबर को यह वारदात हुई जिसकी प्राथमिकी चाकण पुलिस में दर्ज की गई। इस मामले की जांच के दौरान पता चला कि 10 लोगों ने मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है। इसके अनुसार नौ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने वारदात स्वीकार ली।
आरोपियों से चोरी का माल बरामद करने के बाद पूछताछ में आरोपी राजेश बटुले से खुलासा हुआ कि उसने अपने साथी विशाल भोसले, नितीन भोसले, अजय उर्फ पप्पू भोसले की मदद से कुरुली गांव में से एमआरएफ कंपनी के चार लाख 80 हजार रुपये के टायर्स चुराए हैं। यहां से भी चोरी का माल बरामद किया गया। इसके अलावा तलेगांव दाभाड़े थाने में दर्ज महिंद्रा कंपनी की पार्किंग से एक लाख 80 हजार रुपए की एक्साइड कंपनीं की बैटरी चोरी की वारदात भी स्वीकारी। चोरी की बैटरियां भी बरामद कर ली गई। इसके साथ ही पाईट में महाराष्ट्र बैंक के एटीएम सेंटर में भी नकदी चुराने की कोशिश भी इस गैंग ने की थी, यह भी जांच में पता चला। इस कार्रवाई को वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक कल्याण पवार, सहायक पोलीस निरीक्षक विक्रम गायकवाड, उपनिरीक्षक विजय जगदाले, कर्मचारी सुरेश हिंगे, संजय जरे, वीरसेन गायकवाड, हनुमंत कांबके, संदीप सोनवणे, निखिल वर्पे, प्रदीप राले, नितीन गुंजाल, अशोक दिवटे, मनोज साबले, मछिंद्र भांबुरे के समावेश वाली टीम ने अंजाम दिया।