फर्जी मार्कशीट के आधार पर 38 सालों तक की पुलिस की नौकरी,  रिटायरमेंट के बाद सच्चाई आई सामने

समाचार ऑनलाइन- मध्य प्रदेश के खरगोन से जाली दस्तावेज के आधार पर पुलिस की नौकरी हासिल करने का गंभीर मामला सामने आया है. यह खुलासा जब हुआ, तब आरोपी पुलिस सब इंस्पेक्टर रिटायर्ड हुए. आरोपी ने 38 वर्षों तक नौकरी की. लेकिन FIR दर्ज होते ही वह फरार है.

मिली जानकारी के अनुसार बिहार के नालंदा निवासी अखिलेश सिंह ने खरगोन एसपी के सामने अप्रैल 2019 में सब इंस्पेक्टर कपिलदेव सिंह के खिलाफ फर्जीवाड़े की शिकायत दर्ज कराई थी। फिर उसके खिलाफ FIR लिख ली गई.

बता दें कि अखिलेश सिंह की बेटी की शादी आरोपी कपिलदेव सिंह के बेटे अजय से हुई थी। अखिलेश ने बाप-बेटे पर बेटी जान से मारने का आरोप भी लगाया था. इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. फिर अप्रैल में नकली दस्तावेज के आधार पर नौकरी पाने की शिकायत दर्ज कराई गई.

केस की जांच कर रहे अधिकारी रणवीर सिंह बताया कि,  “जब पटना के रसूलपुर स्थित श्री शंकर सिंह हाई स्कूल में जाँच टीम ने छानबीन की तो पता चला कि आरोपी के बताए अनुसार उसने साल 1971 में उस स्कूल से 8वीं की परीक्षा पास ही नहीं की थी.” इस तरह उसकी फर्जी मार्कशीट होने का सच उजागर हुआ.

बता दें कि आरोपी कपिलदेव सिंह ने 1980 में खरगोन में कांस्टेबल के पोस्ट पर पदस्थ हुए और सब इंस्पेक्टर रहते हुए साल 2018 में रिटायर