वेशभूषा बदलकर औचक निरीक्षण के लिए थानों में आ धमके पुलिस आयुक्त

पिंपरी। अवैध धंधों पर लगाम कसने के साथ ही पुलिस बल को अनुशासनबद्ध बनाने के बाद पिंपरी चिंचवड शहर के पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश वेशभूषा बदलकर पुलिस महकमे के कामकाज का जायजा लेने रात में निकल रहे है। बुधवार की बीती रात पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने रमजान महिने में एक मुस्लिम व्यक्ति का वेशभूषा बदलकर पुलिस थानों में औचक दौरा किया। इस दौरे में उन्होंने यह जानने की कोशिश की कि, जब एक आम आदमी पुलिस थाने में अपनी दरकार लेकर जाता है तो उसके साथ कैसा बर्ताव होता है।
अपने पुलिस बल का आम नागरिकों के साथ बर्ताव कैसा है? यह जानने के लिए पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने बीती रात एक मुस्लिम व्यक्ति की वेशभूषा धारण की थी। उनकी बेगम के किरदार में एसीपी यानी सहायक पुलिस आयुक्त प्रेरणा कट्टे थी। अपने औचक निरीक्षण के लिए उन्होंने एक प्राईवेट कार का इस्तेमाल किया। इसके लिए वे खुद चेहरे पर नकली दाढी, सिर पर नकली मेहंदी कलर बाल, पैर में फैशनेबल जुता, कुर्ता, जीन्स पैंट, सिर पर गोल सफेट टोपी का परिधान धारण किए हुए थे। एसीपी प्रेरणा कट्टे भी टिपिकल मुस्लिम महिला की वेशभूषा में थी।
‘मियां- बेगम’ का यह जोड़ा एक थाने में पहुंचा और वहां उर्दू मिश्रित हिंदी में बताया कि, हम अपनी बेगम के साथ खाना खाने निकले थे। कुछ गुंडों ने हमारी बेगम के साथ छेडखानी की और कीमती सामान छीनकर भाग गए। हमारी शिकायत दर्ज करने की मेहरबानी करें और गुंडों को गिरफ्तार करें। दूसरे थाने में पहुंचकर कहा कि, नमाज के वक्त कुछ लोग पटाखों की आतिशबाजी करते हैं जब उन्हें मना किया तो उन्होंने उनके साथ मारपीट की और उनकी बेगम से बदसलूकी की। तीसरे थाने में उन्होंने खुद को कोरोना संक्रमित बताकर एंबुलेंस मंगाने पर उसके चालक ने ज्यादा पैसों की मांग किये जाने की शिकायत की।
पुलिस आयुक्त ने अपने औचक निरीक्षण के बारे हिंजवडी और वाकड में अच्छा रिसपांस मिला, हालांकि पिंपरी थाने में उनका अनुभव ठीक न था। अपनी शिकायत बताने के बाद एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी में रहे पुलिसकर्मियों को जब उन्होंने अपनी असली पहचान बताई तो उनकी सिट्टीपिट्टी गुम हो गई। उनके सामने खुद पुलिस कमिश्‍नर और एसीपी खडे है, उन्हें विश्‍वास नहीं हुआ। पिंपरी थाने में उन्हें यह हमारा काम नहीं है कुछ इस तरह का जवाब मिला। हालांकि हिंजवड़ी और वाकड़ थाने के पुलिस कर्मियों ने मौके पर पहुंच कर उनकी शिकायत की छानबीन भी की। उन्होंने कहा कि इस तरह के औचक निरिक्षण आगे भी जारी रहेंगे।