हत्या को हादसे का रंग देनेवाले पर पुलिस ने कसा शिकंजा

पिंपरी। हत्या की वारदात को हादसे का रंग देने की कोशिश करनेवाले एक आरोपी पर पुणे ग्रामीण पुलिस की लोनावला ग्रामीण पुलिस ने शिकंजा कस लिया है। शुक्रवार की सुबह पुणे- मुंबई एक्सप्रेस वे पर यह घटना घटी। इस मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम रामदास भिमराव ओझरकर (निवासी ओझर्डे, पवनानगर, मावल, पुणे) है।
लोनावला ग्रामीण पुलिस ने बताया कि, बीती सुबह 10 बजे के करीब पुलिस को पुणे- मुंबई एक्सप्रेस वे पर एक हादसे की खबर मिली थी। जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची तब वहां एक व्यक्ति मृत हालत में पड़ा मिला। पुलिस को हादसे को लेकर शक हुआ जब आसपास में पूछताछ की गई तब पता चला कि किसी चार पहिया वाहन ने इस व्यक्ति को टक्कर मारकर भाग गया है।
लोनावला ग्रामीण पुलिस के पुलिस निरीक्षक टीवाई मुजावर ने नाकाबंदी करने के आदेश दिए। इस नाकाबंदी में रामदास भिमराव ओझरकर की गाडी सामने से टक्कर मारी हुई नजर आयी। उसे रोककर हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तब उसने हत्या की वारदात स्वीकार कर ली। मृतक की पहचान ओझर्डे निवासी सतीश ओझरकर के रूप में हुई। वह अपनी मोटरसाइकिल पर सवार होकर पुणे मुंबई एक्सप्रेस वे से लोनावला की ओर जा रहा था। तब रामदास ने उसकी मोटरसाइकिल को अपनी कार से पीछे से टक्कर मार दी।
पूछताछ में यह भी पता चला कि टक्कर मारने के बाद जब सतीश नीचे गिर गया तब रामदास ने कार से उतरकर रॉड से उसके सिर और अन्य हिस्सों में मारकर उसकी हत्या कर दी। असल में रामदास व सतीश ओझरकर के बीच एक दिन पहले गांव में झगड़ा हुआ था जिसका बदला लेने के उद्देश्य से रामदास ने उसकी हत्या की साजिश रची और उसे अंजाम भी दिया। एक घँटे के भीतर हत्या की इस वारदात को सुलझाने में सहायक पुलिस निरीक्षक निलेश माने, उपनिरीक्षक अनिल लवटे, उ.नि. शिंदे, हवलदार युवराज बनसोडे, शकील शेख, देविदास चाकणे, मयुर अबनावे, हणमंत शिंदे, ऋषिकेश पंचरास, स्वप्नील पाटील, शिधेश्वर शिंदे, मच्छिंद्र पानसरे की टीम ने अहम भूमिका निभाई।