PMC Election | पुणे मनपा में शामिल हुए 23 गांवों से सिर्फ दो नगरसेवक

पुणे : (PMC Election) शहर के आसपास के 23 गांवों को मनपा में शामिल करने के साथ, वहां से कई उम्मीदवार मनपा में नगरसेवक के रूप में चुने जाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। हालाँकि, चूंकि यह चुनाव 2011 (Election 2011) की जनगणना के अनुसार होगा, इसलिए मनपा (PMC Election) में सिर्फ 2 नगरसेवकों की संख्या बढ़ाई जाएगी।

राज्य सरकार ने 23 गांवों को पुणे मनपा की सीमा में शामिल करने की अधिसूचना जारी कर दी है। यह भी स्पष्ट किया गया है कि इन गांवों की विकास योजना पीएमआरडीए द्वारा तैयार की जाएगी। फिलहाल मनपा कचरा, जलापूर्ति, बिजली व आयकर विभाग की ओर से काम कराया जा रहा है। 23 गांव मनपा के दायरे में आने से इस बात पर चर्चा है कि इससे किस राजनीतिक दल को फायदा होगा। इन गांवों में जनसंपर्क और संगठनात्मक ढांचे को बनाए रखने के लिए भाजपा और राष्ट्रवादी ने एक ग्राम सेवक नियुक्त किया है। इसमें शामिल गांवों में वर्तमान और पूर्व जनप्रतिनिधियों की बैठकों पर भी जोर दिया गया है। कई उम्मीदवारों ने गांव में मनपा चुनाव की तैयारी भी शुरू कर दी है। कहा जा रहा है कि मनपा के दायरे में आए 23 गांव की मौजूदा आबादी करीब 5 लाख है, इसलिए नगरसेवकों की संख्या बढ़ेगी और मनपा का गणित इस पर निर्भर करेगा। वास्तव में, वर्तमान जनसंख्या और नगरसेवकों की संख्या से कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

मुंबई प्रांतीय मनपा अधिनियम 2016 के संशोधित प्रावधानों के अनुसार 30 लाख की आबादी के लिए 161 नगरसेवकों की संख्या निर्धारित की गई है। इसके बाद हर एक लाख की आबादी पर एक नगरसेवक चुना जाता है। 2011 में पुणे की जनसंख्या 31 लाख थी। नतीजतन, एक नगरसेवक जोड़ा गया और कुल 162 नगरसेवक पद सृजित किए गए। 2017 में 11 गांव मनपा के अंतर्गत आए, क्योंकि इन गांवों की आबादी डेढ़ लाख है, वहां से दो पार्षद चुने गए। इस प्रकार से वर्तमान में पुणे मनपा में 164 नगरसेवक हैं।

23 गांवों की आबादी 1.90 लाख

2011 की जनगणना के अनुसार मनपा में शामिल 23 गांवों की आबादी 1 लाख 90 है। अधिनियम के प्रावधानों के अनुसार, 30 लाख के ऊपर प्रत्येक एक लाख जनसंख्या पर एक नगरसेवक जोड़ा जाता है। इसके मुताबिक 23 गांवों से दो नगरसेवक चुनकर मनपा में जाएंगे।

वार्ड संरचना पर कोई सुझाव नहीं

मनपा ने चुनाव शाखा के अधिकारी के रूप में अजीत देशमुख को नियुक्त किया है। चुनाव आयोग के आदेश के अनुसार शहर में नए वार्डों के गठन का फैसला इसी शाखा द्वारा किया जाएगा। देशमुख ने कहा कि आगामी मनपा चुनाव के बारे में आयोग से कोई सूचना नहीं मिलने के कारण फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।