जी-20 में उन्नत भारत की बुनियाद रचकर स्वदेश लौटे पीएम मोदी

ओसाका : समाचार ऑनलाईन  – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को जापान के ओसाका में जी-20 सम्मेलन में भाग लेकर व उन्नत भारत की बुनियाद रचकर स्वदेश लौटे।सम्मेलन के आखिरी दिन शनिवार को ओसाका से विदा होने से पहले पीएम मोदी ने कई देशों के प्रमुखों से मुलाकात की।इनमें ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो, तुर्की के राष्ट्रपति रेचप तैयप एर्दोगन, ब्राजील के राष्ट्रपति जैर बोलसोनारो प्रमुख हैं।
बता दें कि जी-20 की सम्मेलन में इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करीब बीस देशों के प्रमुखों से मिले।इसके साथ ही पीएम मोदी ने जापान-भारत-अमेरिका और रूस-भारत-चीन जैसे समूहों के साथ त्रिपक्षीय मुलाकातों में शिरकत की।इसके अलावा ब्रिक्स देशों की अनौपचारिक बैठक और जी-20 शिखर सम्मेलन के सत्रों में भी उनकी सक्रिय भागीदारी नजर आई.

रक्षा और समुद्री सहयोग बढ़ाएंगे भारत और इंडोनेशिया
इससे पहले बता दें कि जी-20 शिखर सम्मेलन के आखिरी दिन पीएम मोदी ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो से मुलाकात की।दोनों देशों में हालिया चुनाव के बाद मोदी और विडोडो की यह पहली मुलाकात थी।विदेश मंत्रालय प्रवक्ता रवीश कुमार के मुताबिक दोनों नेताओं ने माना कि चुनावों के बाद अब द्विपक्षीय रिश्तों को तेजी से आगे बढ़ाने पर ध्यान देने की जरूरत है।मोदी और विडोडो ने इस बात पर सहमति जताई की आने वाले दिनों में समुद्री सहयोग और रक्षा संबंधों को अधिक मजबूत बनाया जाएगा।महत्वपूर्ण है कि दोनों मुल्कों के बीच इंडोनेशिया के साबांग बंदरगाह को विकसित करने पर बात चल रही है।इंडोनेशिया का अछे प्रांत और भारत का अंडमान-निकोबार द्वीप समूह काफी करीब है और दोनों के बीच सहयोग की काफी संभावनाएं मौजूद हैं।भारत और इंडोनेशिया ने अपने द्विपक्षक्षीय कारोबार को 2025 तक 50 अरब डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य रखा है.

जैविक ईंधन का इस्तेमाल बढ़ाने साथ काम करेंगे भारत-ब्राजील
ब्रिक्स की शिखर बैठक के बाद पीएम मोदी की ब्राजील के राष्ट्रपति जैर बोलसोनेरो से भी द्विपक्षीय मुलाकात हुई।दोनों नेताओं की बातचीत के दौरान जलवायु परिवर्तन की चुनौती और जैविक ईंधन का इस्तेमाल बढ़ाने पर प्रमुखता से बात है।दोनों देश 2023 में अपने राजनयिक रिश्तों की 70 वीं सालिगरह मनाएंगे लिहाजा तय किया गया कि इसके लिए व्यापक तौर पर तैयारियां की जाएं और उससे पहले उच्च स्तरीय दौरे भी हों.

तुर्की ने उठाया एस-400 खरीद में अमेरिका दबाव की मुखालिफत का मुद्दा
पीएम मोदी की एक अहम मुलाकात तुर्की के राष्ट्रपति आरटी अर्दोगोन से भी हुई।भारत और तुर्की के रिश्तों में बीते कुछ वक्त के दौरान एक अजब विरोधाभास नजर आया है।जहां एक तरफ तुर्की आतंकवाद के फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स में पाकिस्तान की ब्लैकलिस्टिंग को बचाने के लिए उसके समर्थन में खड़ा नजर आया।वहीं, रूस से हो रही एस-400 मिसाइल खरीद पर तुर्की और भारत लगभग एक से पाले में खड़े नजर आ रहे हैं।विदेश मंत्रालय अधिकारियों के मुताबिक अर्दोगोन के साथ मुलाकात में प्रधानमंत्री ने आतंकवाद का मुद्दा उठाते हुए कहा कि इससे मुकाबले के लिए प्रभावी तरीके के से कार्रवाई करने की जरूरत है।साथ ही आतंकवाद की आर्थिक रसद बंद करना भी बेहद जरूरी है.

मोदी-अर्दोगोन के बीच रक्षा निर्माण में सहयोग पर बात हुई 
इसके अलावा मोदी और अर्दोगोन की मुलाकात में जहां रक्षा निर्माण में सहयोग पर बात हुई वहीं आपसी कारोबार बढ़ाने और आवाजाही की सुविधाओं में इजाफे के लिए नई फ्लाइट्स के संचालन पर भी चर्चा हुई।सूत्रों के मुताबिक तुर्की के आग्रह पर हुई इस मुलाकात में राष्ट्रपति अर्दोगोन ने एस-400 मिसाइल खरीद का मुद्दा भी उठाया।उनका कहना था कि अमेरिकी दबाव के आगे वो रूस से अपनी खरीद रोकने के मूड़ में नहीं है।दरअसल, एस-400 मिसाइल सौदे को लेकर भारत और तुर्की लगभग एक नाव के सवार हैं।दोनों ही मुल्कों पर अमेरिका अपने काटसा कानून का खौफ दिखाकर खरीद रोकने का दबाव लगा रहा है.

भारत के विकास योजनाओं के बारे में बताया
द्विपकक्षीय मुलाकातों के बीच पीएम मोदी ने समावेशी विकास पर जी-20 के सत्र में भी शिरकत की।विदेश मंत्रालय प्रवक्ता के मुताबिक पीएम ने जी-20 नेताओं की बैठक में बताया कि किस तरह भारत की सरकार सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के नारे के साथ आगे बढ़ रही है।विकास में महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ सके इसके लिए भारत ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ जैसी योजनाएं शुरु की हैं।साथ ही टॉयलेट निर्माण का भी व्यापक अभियान चलाया है।सरकार की तरफ से शुरु की गई मुद्रा योजना में भी 78 फीसदी लाभार्थी महिलाएं ही हैं।समावेशी विकास की योजना के साथ एक नए भारत के निर्माण का लक्ष्य तय किया गया है.

ऑस्ट्रेलायाई पीएम ने कहा कितने अच्छे हैं मोदी!
पीएम मोदी की सिंगापुर के प्रधानमंत्री और चिली के राष्ट्रपति के साथ भी मुलाकात हुई।वहीं, जापान से रवाना होने से पहले पीएम मोदी ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्रत्री स्कॉट मॉरिसन से भी मिले।हालांकि पहली बार होने वाली द्विपक्षक्षीय मुलाकात से पहले ही इन दोनों नेताओं के बीच रिश्तों की कैमेस्ट्री नजर आ गई।ऑस्ट्रेलियाई पीएम ने भारतीय प्रधानमंत्री के साथ अपने सेल्फी ट्वीट कर लिखा- मकितना अच्छा है मोदीफ।बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे, जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल, साऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान समेत दो दर्जन से ज्यादा नेताओं से मिले और बैठक की.