PM-किसान सम्मान निधि: अगर आपके पास नहीं पहुंची है आखिरी क़िस्त तो, करें ये काम

12 सितंबर तक 70 लाख किसानों के बैंक अकाउंट में पहुंची आखिरी क़िस्त

नई दिल्ली: समाचार ऑनलाइन- किसानों के उत्थान के लिए मोदी सरकार द्वारा लोकसभा चुनाव से पहले एक महत्त्वपूर्ण  ‘PM-किसान सम्मान निधि’ योजना की शुरुआत की गई है, जिससे आज देश के करोड़ों किसान लाभान्वित हो रहे हैं. इस स्कीम का मुख्य मकसद है किसानों को खेती के लिए आत्मनिर्भर बनाना. अभी तक इस स्कीम की दो किस्तें किसानों को मिल चुकी है और अभी तीसरी क़िस्त किसानों के बैंक अकाउंट में भेजने की प्रक्रिया जारी है. बता दें के इस स्कीम के तहत किसानों को सालाना 6-6 हजार की आर्थिक सहायता दी जाती है.

जिन किसानों के पास आखरी क़िस्त नही पहुंची वे यहाँ करें संपर्क

रिपोर्ट्स के मुताबिक योजना के अंतर्गत 12 सितंबर तक 70 लाख 24 हजार 333 किसानों को 2-2 हजार रुपये की अंतिम किश्त भेजी जा चुकी है, लेकिन अभी ऐसे कई किसान हैं जिन्हें यह अमाउंट नहीं मिला है. ऐसे किसान योजना का लाभ लेने के लिए अपने क्षेत्र के कृषि अधिकारी से संपर्क करें. अगर वहां पर आपकी सुनवाई न हो तो केंद्रीय कृषि मंत्रालय के किसान हेल्प डेस्क (PM-KISAN Help Desk) को इस एड्रेस पर – [email protected] ई-मेल कर सकते हैं. यहाँ भी काम न बने तो इस हेल्पलाइन नंबर 011-23381092 (Direct HelpLine) पर फोन करके अपनी समस्या बता सकते हैं.

देश के 14.5 करोड़ किसानों को मिलेगा स्कीम का फायदा

बता दें कि उक्त योजना के अंतर्गत् देश के लगभग 14.5 करोड़ किसान सरकार की आर्थिक सहायता प्राप्त करेंगे. इस पूरी योजना पर इस साल लगभग 87 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. इस स्किम का फायदा बीजीपी शासित और गैर बीजेपी शासित राज्यों के किसानों को मिलेगा.

इन राज्यों के किसान को इतनी मिली है आर्थिक सहायता  

बीजेपी शासित गुजरात में 13,99,099 किसानों तक अंतिम किश्त पहुंच चुकी है. असम में 9,59,747, बिहार में 4,25,073, हरियाणा में 3,59,810, केरल में 4,21,955, महाराष्ट्र में 5,20,452 और उत्तराखंड में 2,45,203 किसानों तक तीसरी किश्त पहुंच चुकी है. लेकिन 17 राज्यों के किसान अभी इसका इंतजार कर रहे हैं, जिनमें यूपी के किसान भी शामिल हैं. जबकि आंध्र प्रदेश इस योजना का सर्वाधिक फायदा लेने में पहले नंबर पर है. यहां पर 16,35,059 किसानों अंतिम किश्त मिल चुकी है.

हालांकि जिन किसानों को अभी तक क़िस्त नहीं मिली है, इसकी वजह उनके डाक्यूमेंट्स के वैरिफिकेशन में हुई देरी को बताया जा रहा है.