खौफ का दूसरा नाम शाहरुख शेख व विशाल आव्हाड शिकंज में

पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – हत्या के प्रयास (अटेंप्ट टू मर्डर) के मामले में जमानत मिलने के बाद फिर से मोबाइल लूटने वाले कुख्यात अपराधी शाहरुख उर्फ अट्टी शेख सहित 2 आरोपियों को सांगवी पुलिस ने सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
पुलिस ने बताया कि शाहरुख उर्फ अट्टी रहीम शेख (उम्र 24 वर्ष) व विशाल नानासाहेब आव्हाड (उम्र 19 वर्ष, दोनों नि। हड़पसर) गिरफ्तार आरोपियों के नाम हैं।

18 से 20 गंभीर मामले दर्ज हैं
पुलिस ने बताया कि शाहरुख के खिलाफ हड़पसर, वानवड़ी व कोंढवा पुलिस स्टेशन में 18 से 20 गंभीर मामले दर्ज हैं। विशाल के खिलाफ भी हड़पसर, वानवड़ी व स्वारगेट पुलिस स्टेशन में 8 से 10 मामले दर्ज हैं। कोंढवा पुलिस स्टेशन में दर्ज एक केस में वह फरार हो गया था। हत्या के प्रयास के एक मामले में पुलिस ने उसके खिलाफ मकोका के तहत् कार्रवाई की थी। इस केस में वह गिरफ्तार हुआ था तथा जमानत मिलने के बाद अपने दोस्त के साथ मिलकर उसने हथियार से धमकाकर एक व्यक्ति को लूट लिया। उसने लूटा गया मोबाइल मुंबई के भाई को गिफ्ट में दिया। पुलिस ने मोबाइल का तकनीकी तरीके से पता लगाया और उसके भाई तक पहुंच गई। इसके बाद सांगवी पुलिस ने दोनों को दबोच लिया।

नकद रकम व मोबाइल फोन लूट लिया
पुलिस ने बताया कि 30 मई की रात 8।15 बजे एक युवक जगताप डेयरी चौक से औंध की ओर जा रहा था। जब वह वाकड़ वाई जंक्शन के पास पानी पीने के लिए रुका, तभी बाइक से आये दो लुटेरों ने चाकू दिखाकर धमकाया और उसके पास से सोने की दो अंगूठियां, नकद रकम व मोबाइल फोन लूट लिया। पीड़ित युवक ने सांगवी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस को जांच में पता चला कि संबंधित मोबाइल का इस्तेमाल बदलापुर में एक व्यक्ति कर रहा है। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें उसने बताया कि यह फोन उसे चचेरे भाई शाहरुख ने दिया है। इसके बाद पुलिस ने शाहरुख को हड़पसर के सैयदनगर से जाल बिछाकर पकड़ लिया। उससे कड़ी पूछताछ कर पुलिस ने विशाल को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस द्वारा दोनों के पास से 60 हजार रुपये मूल्य की सोने की अंगूठी, 30 हजार रुपये कीमत की टू-व्हीलर व 200 रुपयों के चाकू सहित कुल 96 हजार रुपयों का माल जब्त किया।

पुलिस उपनिरीक्षक श्रीकांत पाटिल, यशवंत सालुंके, पुलिस कर्मी कैलाश केंगले, सुरेश भोजणे, चंद्रकांत भिसे, नितिन दांगड़े, रोहिदास बोर्हाड़े, सोमनाथ असवले, शशिकांत देवकांत, अरुण नरले, विनायक देवकर, दीपक पिसे, नितिन खोपकर, हेमंतकुमार गुत्तीकोंडा व अनिल देवकर की टीम ने यह कार्रवाई की।