Pimpri Chinchwad Suicide | बकाया न मिलने से ठेकेदार ने की बिल्डर के दफ्तर के सामने खुदकुशी

पिंपरी (Pimpri News), संवाददाता। लगातार चक्कर काटने के बाद ठेकेदारी के बकाया बिल (outstanding bill) न मिलने से एक ठेकेदार ने बिल्डर के दफ्तर (Pimpri Chinchwad) के सामने दो दिन तक धरना दिया। इसके बाद भी जब बिल्डर का दिल नहीं पसीजा तो उसने जहरीली दवा पीकर अपनी जीवनलीला ही खत्म कर ली। यह चौंकाने वाला मामला पिंपरी चिंचवड़ (Pimpri Chinchwad Suicide) के चिंचवड़ स्टेशन (Chinchwad Station) इलाके में बुधवार को सामने आया। आज इलाज के दौरान प्रवीण पंडित पाटिल (Praveen Pandit Patil) नामक ठेकेदार की मौत (Pimpri Chinchwad Suicide) हो गई।
पाटिल ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट लिख छोड़ा है जिसमें उन्होंने बिल्डर और सात लोगों को जिम्मेदार ठहराया है। इस मामले में विनोद भाऊराव पाटिल (48, निवासी जलगांव) ने शिकायत दर्ज कराई है। इसके आधार पर निगड़ी पुलिस ने राजेश जगदीशप्रकाश अगरवाल, संतोष रामअवतार अगरवाल, राहूल भंडारी, अजित सुभाष गायकवाड, अभिजित गायकवाड, सचिन किल्लेदार, ललित जैन और अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, प्रवीण पाटील ने आरोपी बिल्डर से ठेकेदारी से काम हासिल किया था। इसके बदले में उन्हें बिल्डर से एक करोड़ 94 लाख रुपए का बिल मिलना था, जो उसे नहीं चुकाए गए। इसके लिए वे लगातार तकाजा कर रहे थे। मगर बिल्डर की टालमटोल जारी ही थी। इससे परेशान होकर प्रवीण ने मंगलवार से चिंचवड स्टेशन स्थित अग्रवाल के कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन शुरू किया था। इसके बाद भी जब बिल्डर का दिल नहीं पसीजा तो कल सुबह सवा छह बजे के करीब जहरीली दवा पी ली।

उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। आत्महत्या (Suicide) करने से पहले प्रवीण उक्त सात व अन्य आरोपियों नाम से एक चिट्ठी लिख छोड़ी है। इसके अनुसार पुलिस (Police) ने धोखाधड़ी (Fraud) और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। मामले की छानबीन जारी है।

 

 

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