पिंपरी चिंचवड़ मनपा स्थायी समिति सभापति चुनाव

भाजपा के नितिन लांडगे और राष्ट्रवादी के प्रवीण भालेकर मैदान में
 
उम्मीदवारी नहीं मिलने से नाराज भाजपा के रवि लांडगे का इस्तीफा
पिंपरी। स्थायी समिति में सदस्यों की नियुक्ति के बाद जिसकी उत्सुकता सतह पर पहुंची थी, वह अब खत्म हो गई है। पिंपरी चिंचवड मनपा के तिजोरी की चाबियां रखनेवाली स्थायी समिति के सभापति पद के लिए रेस में सबसे आगे चल रहे दो महारथियों को पीछे डालते हुए भाजपा के नितिन लांडगे ने बाजी मार ली है। वे भाजपा शहराध्यक्ष विधायक महेश लांडगे के कट्टर समर्थक माने जाते हैं। उनके नाम की घोषणा से विधायक महेश लांडगे के बारे में कही जानेवाली एक बात फिर साबित हो गई है कि वे जो वचन देते हैं उसे हर हाल में पूरा भी करते हैं। संतोष लोंढे के बाद नितिन लांडगे भोसरी विधानसभा के चौथे और विधायक लांडगे गुट के दूसरे सभापति साबित होंगे।
बहरहाल एड नितिन लांडगे का नाम तय होने से चिंचवड़ विधानसभा चुनाव क्षेत्र से भाजपा के वरिष्ठ विधायक लक्ष्मण जगताप के खेमे में नाराजगी फैल गई है। स्थायी समिति सभापति के लिए जगताप गुट के शत्रुघ्न काटे और पुराने भाजपाइयों के गुट के रवि लांडगे, जिन्होंने 2017 के मनपा चुनाव में निर्विरोध चुनकर आकर भाजपा की जीत का खाता खोला था, रेस में सबसे आगे थे। इन दोनों को पीछे डालते हुए नितिन लांडगे ने बाजी मार ली। मंगलवार को नामांकन दाखिल करने की मियाद में उनके साथ राष्ट्रवादी कांग्रेस की ओर से प्रवीण भालेकर ने नामांकन पत्र भरा है। बहरहाल उम्मीदवारी न मिलने से नाराज होकर रवि लांडगे ने स्थायी समिति की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। विधायक जगताप गुट के नाराज नगरसेवक शत्रुघ्न काटे भी इस्तीफा देने की मानसिकता में नजर आ रहे हैं।
कौन है नितिन लांडगे
एड नितिन लांडगे पिंपरी चिंचवड शहर के प्रथम महापौर और भूतपूर्व विधायक ज्ञानेश्वर लांडगे के पुत्र हैं। वे पहली बार राष्ट्रवादी कांग्रेस की ओर से नगरसेवक चुने गए थे। विधायक महेश लांडगे के साथ उन्होंने भी भाजपा में प्रवेश किया और 2017 में लगातार दूसरी बार नगरसेवक चुने गए। राष्ट्रवादी काँग्रेस में रहते उन्हें कोई अहम पद नहीं मिल सका। भाजपा में आने के बाद भी चार साल तक वे पदों से दूर रहे। शायद इसी सब्र का फल उन्हें मिला है। जारी पंचवर्षीय सत्र के आखिरी साल में स्थायी समिति सभापति पद की माला उनके गले में पड़ी।
भोसरी विधानसभा क्षेत्र के 4थे सभापति
नितिन लांडगे भाजपा की ओर से स्थायी समिति सभापति पद तक पहुंचने वाले चौथे नगरसेवक साबित हुए हैं। उनसे पहले संतोष लोंढे, विलास मड़ीगेरी और सीमा सावले सभापति रहे हैं। सत्तादल भाजपा की कमान संभालने वाले चिंचवड़ के विधायक लक्ष्मण जगताप गुट के तीन और भोसरी के विधायक महेश लांडगे गुट के दो नगरसेवकों को इस पद पर मौका मिला है। 16 सदस्योंवाली स्थायी समिति में एक निर्दलीय समेत भाजपा के सर्वाधिक 11 सदस्य हैं। ऐसे में शुक्रवार को घोषित सभापति पद का चुनाव औपचारिक भर साबित होने के आसार हैं।