पिंपरी के व्यापारी के मौत की गुत्थी सुलझी

2 लाख का कर्ज नही दिया तो उतार दिया मौत के घाट

पिंपरी। पुणे समाचार

आठ दिन पहले पिंपरी कैम्प के बी ब्लॉक में हुई एक साबुन व्यापारी की हत्या की गुत्थी को पिंपरी पुलिस ने सुलझा लिया है। पत्नी के नॉकरी के लिए और बच्चों की फीस की चिंता को लेकर यह हत्या की गई हैं। इस मामले में पिंपरी पुलिस ने सचिन भालेराव को सोलापुर से गिरफ्तार किया गया है।

प्रदीप उर्फ बाबू वीरूमल हिंगोरानी (51) गुरुकृपा मार्केट, बी ब्लॉक, पिंपरी, पुणे ऐसा मृतक का नाम है। 2 मई की सुबह उनकी लाश उनके घर मे पायी गई थी। इस बारे में उनके भतीजे सुनील किशोर हिंगोरानी (32) निवासी सुखवानी एम्पायर, पिंपरी, पुणे ने पिंपरी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। एक व्यापारी की इस तरह की हत्या की वारदात से पिंपरी कैम्प के व्यापारियों में ख़ौफ़ और आक्रोश दोनों व्याप्त है। पिंपरी पुलिस के डिटेक्शन ब्रांच की टीम ने इस वारदात की गुत्थी को सुलझाते हुए आरोपी को सोलापुर से धरदबोचा है।

क्या था मामला….

सचिन भालेराव मुलगाव सोलापुर का रहने वाला हैं, सचिन और मृतक प्रदीप हिंगोराणी की कामकाज को लेकर जान पहचान हुई थी। सचिन पिछले दों साल से बेरोजगार था, उसपर कर्ज होने के कारण उसे पैसो की जरूरत थी, अपनी बीवी को महापालिका के अस्पताल मे नर्स के नौकरी देने के लिए सचिन को एक व्यक्ति ने 2 लाख रुपये मांगे थे, साथ ही में उनके दोनों बच्चों की फीस से पूरा परिवार परेशान था। व्यापारी होने के कारण हिंगोराणी के पास पैसे होने की बात सचिन को पता थी , इसी बात को लेकर वारदात की रात सचिन भालेराव प्रदीप हिंगोराणी के घर गया, और उनसे पैसे मांगने लगा, लेकिन पैसे ना देने से गुस्साए सचिन भालेराव ने उनकी गला घोंटकर हत्या कर दी। और घर में प्रदीप के मां के साथ भी हातापाई कर गजर में रखे 38 हजार रुपये लेकर फरार हो गया। घटना के बाद पुलिस ने परिसर के सीसीटीवी फुटेज द्वारा आरोपी की तलाश जारी की, आखिर कर आरोपी को सोलापुर में एक बियर बार के सामने से हिरासत में किया गया। पूछताछ के दौरान सचिन ने हत्या करने की कबुली दी।

कार्रवाई को दिया अंजाम….

यह कार्रवाई पोलिस उपायुक्त गणेश शिंदे, सहाय्यक पुलिस उपायुक्त सतीश पाटिल, पिंपरी पुलिस के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक श्रीधर जाधव के मार्गदर्शन पर सहाय्यक पुलिस निरीक्षक रामदास मुंढे, सहाय्यक पुलिस उप निरीक्षक बालासाहेब अंतरकर, विट्ठल बढ़े, सागर पाटिल और उनकी टीम ने की हैं