पाकिस्तान में दूध से सस्ता मिल रहा है पेट्रोल, आम लोगों के लिए रोजमर्रा की चीजें खरीदना हुआ मुश्किल

वृत्तसंस्था : पाकिस्तान के अधिकांश शहरों में दूध की कीमतें आसमान छू रही हैं. कराची और सिंध प्रांत सहित कई शहरों में मंगलवार को मोहर्रम के दिन दूध की कीमतें 120 से 140 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गईं. आपको जानकर हैरानी होगी कि, यहाँ पर दूध की कीमत पेट्रोल की दर से भी अधिक हो गई है. पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमत 113 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 91 रुपये प्रति लीटर है. सिंध प्रांत में, कुछ स्थानों पर दूध 140 रुपये प्रति लीटर के भाव से भी बेचा गया था.

चीजों के बढ़े भावों पर एक दुकानदार का कहना है कि, “अचानक मांग बढ़ने के कारण, शहर में दूध 120 से 140 रुपये प्रति लीटर की दर से बेचा गया.” मुहर्रम के दिन जुलूसों में शामिल लोगों के लिए दूध, जूस और ठंडे पानी के स्टाल लगाए गए थे. इसके कारण दूध की मांग बढ़ गई थी. यही कारण है कि विक्रेताओं ने दूध की कीमतों में अचानक वृद्धि कर दी.

चाहे मुहर्रम के चलते दूध के भाव बढ़े हो, लेकिन लोगों का यह भी कहना है कि, “हम हर साल मुहर्रम के दिन खाने-पीने के स्टाल लगाते हैं, लेकिन आज तक दूध की कीमत में इतनी वृद्धि कभी नहीं देखी.”

कराची के आयुक्त इफ्तिखार शालवानी के पास दूध की कीमतों को नियंत्रण में रखने की जिम्मेदारी है, लेकिन इस बढ़ोतरी के बाद अब पाकिस्तान के नागरिक उनकी आलोचना कर रहे हैं. नागरिकों का कहना है कि, उन्होंने बढ़ोतरी बढ़े दाम को नियन्त्रण में लेने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है. बता दें कि पाकिस्तान में आयुक्त द्वारा निर्धारित दूध की कीमत 90 रुपये प्रति लीटर है.

बेरोजगारी में वृद्धि

औंधे मुंह गिरी पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था के कारण आवश्यक वस्तुओं की कीमतें भी बढ़ गई हैं. पाकिस्तानी सरकार अपने नागरिकों को वित्तीय स्थिरता और सुरक्षा प्रदान करने में विफल रही है. वर्तमान में पाकिस्तान में 4 करोड़ से अधिक लोग बेरोजगार हैं. देश में बेरोजगारी काफी बढ़ गई है और युवा आतंकवाद की ओर रुख कर रहे हैं.

खुदरा मुद्रास्फीति में वृद्धि

वर्तमान में, पाकिस्तान में महंगाई अपने चरम पर पहुंच गई है. पाकिस्तान सांख्यिकी विभाग के मुताबिक अगस्त का खुदरा मूल्य सूचकांक 10.49 प्रतिशत था. जुलाई में, यह 10.3 प्रतिशत था. वहां की वर्तमान महंगाई दर 11.63 % पर पहुंच गई है. चिकन, टमाटर और प्याज के दाम 3.42 प्रतिशत बढ़ गए हैं.