महबूबा मुफ्ती जैसे लोगों को पाकिस्‍तान चले जाना चाहिए : शिवसेना

श्रीनगर : समाचार ऑनलाइन – आर्टिकल 35 A को लेकर पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती द्वारा दिए गए बयान पर शिवसेना का बयान सामने आया है। दरअसल जम्मू कश्मीर में इन दिनों आर्टिकल 35 ए का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है। इस पर राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि ’35ए के साथ छेड़छाड़ करना बारूद को हाथ लगाने के बराबर होगा। उन्होंने आगे कहा कि जो हाथ 35ए के साथ छेड़छाड़ करने के लिए उठेंगे, वो हाथ ही नहीं वो सारा जिस्म जल के राख हो जाएगा’।

इसी का जवाब देते हुए शिवसेना के प्रवक्‍ता मनीषा कायंदे ने कहा है कि ‘महबूबा की यह फितरत है। यह बयान बताता है कि महबूबा मुफ्ती का पाकिस्तान और आतंकियों से बेहद ही खास लगाव है। ऐसे लोगों को हिंदुस्तान में रहने के बजाय पाकिस्तान चले जाना चाहिए।’ शिवसेना प्रवक्‍ता मनीषा ने आगे कहा कि ‘महबूबा ने कभी भी आतंक का विरोध नही किया। उनकी इन धमकियों से पिछली सरकारें डरती थीं लेकिन मौजूदा मोदी सरकार और उद्धव ठाकरे डरने वाले नहीं है। पाकिस्‍तान को उनके भाषा में जवाब देना जरुरी है। पाकिस्तान बिना सबक सिखाए सुधरने वाला नहीं है।

शरद पवार को भी लताड़ा –
मनीषा ने शरद पवार को लेकर कहा कि ‘पवार को ऐसा क्यों लगता है कि सरकार उनके नेताओं को ईडी के जरिये डरा रही है’ | आखिर उन्हें ईडी से इतना डर क्यो है। जबकि वो कह रहे है कि उनके नेताओं ने कुछ गलत नही किया है। आगे उन्होंने शरद पवार के नेतृत्व को कमजोर करार देते हुए कहा कि एनसीपी के नेताओं को उनके नेतृत्व पर विश्वास नही रहा इसीलिए वो शिवसेना और बीजेपी में शामिल हो रहे हैं।

उधर महबूबा मुफ्ती ने घाटी में अतिरिक्त 10 हजार सैनिकों की तैनाती के केंद्र सरकार के फैसले पर सवाल उठाया मुफ्ती ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के इस फैसले ने घाटी के लोगों में भय जैसा माहौल पैदा कर दिया है।