Pegasus Issue | PM नरेंद्र मोदी के हाथ में देश सुरक्षित नहीं; संजय राऊत ने साधा निशाना

नई दिल्ली (New Delhi) : संसद के मानसून सत्र (Parliament Monsoon Session) शुरू होने के बाद से विपक्ष ने पेगासस जासूसी मामले (Pegasus Issue) को उठाया है। इस मामले में अब शिवसेना नेता संजय राऊत (Sanjay Raut) ने भी केंद्र सरकार (Central Government) पर निशाना साधा है। संसद में पेगासस मामले (Pegasus Issue) पर चर्चा हो और इस चर्चा में प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृहमंत्री उपस्थित रहें, इतनी ही हमारी मांग है लेकिन देश के लिए और राष्ट्र की सुरक्षा के लिए सरकार के पास समय नहीं है तो इस सरकार के हाथ में राष्ट्र सुरक्षित नहीं है, ऐसी टिप्पणी संजय राऊत (Sanjay Raut) ने की है।

 

संजय राऊत ने मीडिया से बात करते हुए केंद्र सरकार (Central Government) पर आरोप लगाया। केंद्र सरकार का संसदीय लोकतंत्र (parliamentary democracy) पर विश्वास ही नहीं है, सरकार आने के बाद हमेशा यह आपको महसूस हुआ होगा। संसद चलाना सरकार की जिम्मेदारी है, लेकिन उनकी यह इच्छा दिखती ही नहीं है। पेगासस जासूसी कांड (Pegasus Detective Scandal) को लेकर विपक्ष की मांग साधारण है। चर्चा होनी चाहिए और इस चर्चा के समय प्रधानमंत्री (PM Narendra Modi) और गृहमंत्री उपस्थित रहे, उसके बाद न्यायालयीन जांच नियुक्त करनी है क्या या जेपीसी नियुक्त करनी है क्या, यह बाद का विषय है, ऐसा राऊत ने कहा।

 

देश की सुरक्षा के लिए आप 3 घंटे नहीं दे सकते ?

 

पेगासस जासूसी राष्ट्रीय सुरक्षा (Pegasus spy national security), देश की सुरक्षा, देश की आंतरिक सुरक्षा और लोगों की स्वतंत्रता से संबंधित है। इसलिए प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को सुनना चाहिए। सरकार उससे क्यों भाग रही है? इतने गंभीर विषय पर देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री (Home Minister) संसद ( Parliament) में 3 घंटे नहीं दे सकते? हम सिर्फ 3 घंटे मांग रहे हैं। देश के लिए और सरकार तीन घंटे देश और देश की सुरक्षा के लिए देने को तैयार नहीं है तो इस सरकार के हाथ में देश सुरक्षित नहीं है, ऐसी टिप्पणी राऊत ने की है।

 

सरकार विपक्ष को इस हंगामे के लिए उकसा रही है

 

सत्र शुरू होने के बाद से विपक्ष संसद सही तरीके से चलने नहीं दे रही है, ऐसा आरोप सरकार (Government) की ओर से लगाए जा रहे हैं। लेकिन संजय राउत ने इसके लिए सरकार को जिम्मेदार बताया है। सरकार विपक्ष पर आरोप लगाती है, लेकिन मूल रूप से सरकार ही संसद को चलाना नहीं चाहती है।

 

सरकार को पेगासस पर सच्चाई सुनने में डर लग रहा है। पेगासस हो, कृषि कानून हो, विपक्ष जनता की आवाज है। उनका सुनना लोकतंत्र के हर सरकार के लिए अनिवार्य है।

 

फिर भी केंद्र की सरकार इस संदर्भ में पीछे हट रही है। विपक्ष को हंगामा करने के लिए सरकार ही उकसा रही है, ऐसा आरोप भी उन्होंने लगाया।

 

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