पवार परिवार का पहला राजनीतिक पराजय

 पुणे : मावल लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में शिवसेना के श्रीरंग बारणे ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पार्थ पवार को पराजीत किया। पार्थ के रूप में पवार परिवार को पिछले पचास सालों में पहली बार राजनीतिक पराजय का सामना करना पड़ा है।

पूर्व उपमुख्यमंत्री तथा राकांपा के नेता अजित पवार के बेटे पार्थ पवार की हार पार्टी के लिए बड़ा झटका है। पार्थ को चुनाव में उतारने के लिए पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार खुद माढ़ा सीट से पीछे हटे थे। पार्थ की जीत के लिए पूरा पवार परिवार प्रचार में जुटा हुआ था। मावल शिवसेना का गढ़ बन गया है। इसलिए उसे ध्वस्त करने के लिए राकांपा ने पूरी कोशिशें की थी। अपनी पूरी ताकत दांव पर लगाई हुई थी लेकिन पार्टी के पड़ले में पराजय ही आई। यह पराजय महज पार्थ का नहीं बल्कि पवार परिवार का पहला पराजय है।

शरद पवार पिछले पचास सालों से राजनीति में सक्रिय है। उन्होंने अब तक 15 चुनाव लड़े हैं और सभी जीतें भी है। इतना ही नहीं सुप्रिया सुले तथा अजित पवार को भी अभी तक पराजय नहीं मिली है लेकिन पार्थ के रूप में परिवार को पहली बार पराजय का सामना करना पड़ रहा है। शिवसेना के विजयी उम्मीदवार बारणे ने कहा है कि मावल के मावलों ने अजित पवार को उनका स्थान दिखाया है। इसलिए यह पार्थ का नहीं अजित पवार का पराजय है।