परमबीर सिंह की मुश्किलें बढ़ी , यूएलसी घोटाले की जांच में पैसे वसूलने का आरोप, ठाकरे सरकार दवारा जांच के आदेश 

मुंबई, 22 मई : पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पर हर महीने 100 करोड़ रुपए की हफ्ता वसूली का आरोप लगाकर चर्चा में आये मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की मुश्किलें बढ़ गई है। 2017 में सिंह ठाणे के पुलिस कमिश्नर थे।  उस दौरान उन्होंने यूएलसी  घोटाले के आरोपी बिल्डर से बड़ी रकम वसूले जाने का आरोप  मामले में जांच के आदेश राज्य सरकार ने ठाणे पुलिस को दिए है।  सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार को लेकर यह पांचवा मामला है।  इन सबके बीच यूएलसी घोटाले मामले की जांच के आदेश के परमबीर सिंह की मुश्किलें बढ़ गई है।

यूएलसी घोटाले की जांच में सिंह पर बड़े पैमाने पर पैसों के लेनदेन का गंभीर आरोप मीरा भाइंदर के बिल्डर राजू शाह ने लगाया है।
इस मामले में उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, गृहमंत्री दिलीप वलसे-पाटिल और पुलिस महासंचालक संजय पांडे से शिकायत की है।  इसके अनुसार ठाणे पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की है।  यूएलसी घोटाले की जांच करने के दौरान तत्कालीन पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह साफ रूप से कहा था कि मेरे आदेश के बिना कोई भी पूछताछ अथवा केस दर्ज नहीं करे।

ऐसे में इस मामले की जांच के तहत  आर्थिक गड़बड़ी की सम्पूर्ण जांच करने के लिए गृह विभाग ने ठाणे पुलिस के क्राइम ब्रांच के डीसीपी लक्ष्मीकांत पाटिल के नेतृत्व में स्पेशल जांच टीम गठित किये जाने की जानकारी सूत्रों से मिली है।  इस संबंध में 2017 में एफआईआर दर्ज हुआ था।  उसके अनुसार ठाणे पुलिस दवारा जांच शुरू किये जाने की जानकारी गृह विभाग के एक सीनियर अधिकारी ने दी है।  यूएलसी घोटाला मामले की जांच संबंधित विभिन्न अधिकारियों का बयान दर्ज किया गया था।  इस बीच अकोला के पुलिस इंस्पेक्टर भीमराव घाडगे दवारा की गई शिकायत पर परमबीर सिंह के खिलाफ दर्ज केस की जाँच गृह विभाग ने सीआईडी को ट्रांसफर कर दिया है।