Parambir singh: परमबीर सिंग को 9 जून तक गिरफ्तार न करने का राज्य सरकार ने उच्च न्यायालय को दिया आश्वासन

मुंबई: ऑनलाइन टीम- एट्रॉसिटी मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंग को उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को अंतरिम दिलासा दिया था। सोमवार 24 मई तक उन्हे गिरफ्तार न करने का निर्देश राज्य सरकार को दिया। आज फिर मुंबई उच्च न्यायालय में 9 जून तक एट्रॉसिटी मामले में गिरफ्तार नहीं करेंगे, ऐसी गवाही राज्य सरकार की ओर से सी गई है। हालांकि, तब तक परमबीर जांच यंत्रणा को जांच में पूरी तरह से सहयोग करें, यह निवेदन राज्य सरकार ने अदालत में किया है।

शुक्रवार को हुई सुनवाई के दौरान इस याचिका पर राज्य सरकार को उन्हे गिरफ्तार न करने का सुझाव दे रहा हूँ, इस सुझाव पर सोचने के लिए तैयार न होने पर हम याचिकाकर्ता को आने वाले सोमवार तक गिरफ्तार करने का सरकार को निर्देश दे रहे हैं, ऐसा न्या. एस.जे काथावाला, व न्या. एस.पी. तावडे की खंडपीठ ने कहा।

परमबीर सिंग की याचिका पर चार्जशीट दायर की गई है और गंभीर अपराध होने की शिकायत पर यह याचिका है, साथ ही शुरू जांच प्रणाली के बीच में न्यायालय नहीं आ सकती है। शिकायतकर्ता द्वारा किया गया आरोप 2015-16 का है। उस प्रकरण का और अब इस प्रकरण (देशमुख पर दर्ज किया गया मामला) से कोई संबंध नहीं है। ऐसा राज्य सरकार की ओर से वरिष्ठ वकील डी खंबाटा ने कोर्ट में कहा। वहीं सिंग ने कहा कि राज्य सरकार जानबूझकर मुझे टार्गेट कर के झूठे मामले दर्ज कर रही है।

भीमराव घाडगे को एक झूठे मामले में परमबीर सिंग ने फसाया था। कुछ बिल्डर को क्राइम से बचाने के लिए परमबीर सिंग ने घाडगे को कहा था। लेकिन उस बिल्डर के खिलाफ पुख्ता सबूत होने के कारण नहीं बचा सकते, ऐसा कहते हुए घाडगे ने परमबीर सिंग को मना कर दिया था। घाडगे परमबीर सिंग का नहीं सुन रहे थे इसलिए सिंग ने घाडगे के खिलाफ जाल बिछाया। एक झूठे मामले में फसा दिया। उसके बाद जब इस मामले की जांच हुई तो कोर्ट ने भीमराव घाडगे को निर्दोश छोड़ दिया।

घाडगे दंपति को सवा साल अंडा सेल में

परमबीर सिंग के करीबी 6 लोगो पर गंभीर स्वरूप के सबूत सहित मामला दर्ज करने की वजह से घाडगे पर तत्कालीन ठाणे पुलिस आयुक्त परमबीर सिंग ने झूठा मामला दर्ज किया। इतना ही नहीं घाडगे को उनकी पत्नी के साथ एक कुख्यात अपराधी की तरह आतंकवादी की तरह नवी मुंबई के तलोजा जेल के अंडा सेल में रखा गया। बिना किसी अपराध के घाडगे और उनकी पत्नी ने एक साल दो महीने अंडा सेल में गुजारा।

27 पुलिस अधिकारी जाल में

मुंबई व ठाणे के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंग के साथ 27 पुलिस अधिकारियों के खिलाफ अकोला के सिटी कोतवाली पुलिस थाने में बुधवार देर रात एट्रोसिटी एक्ट के साथ विविध 22 धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया। इस मामले को दर्ज करने के बाद ठाणे पुलिस के पास विभाजित किए जाने की जानकारी सूत्रों से मिली है।