परमबीर सिंग ने संभाला अपना पदभार, 100 करोड़ रुपये के ‘लेटर बम’ ने महाराष्ट्र से दिल्ली तक मचा रखा है हड़कंप

सचिन वाझे मामले में गृहमंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपये वसूली का आरोप लगाने वाले पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंग ने नई जिम्मेदारी संभाली। उनका तबादला होम गार्ड के प्रमुख पद पर किया गया था।

आज परमबीर सिंग ने होमगार्ड मुख्यालय में हाजिरी लगाई और महासंचालक का पदभार स्वीकारा। सचिन वाझे मामले में पिछले हफ्ते परमबीर सिंग की बदली की गई थी। इसके साथ ही अन्य अधिकारियों का भी तबादला किया गया था। पुलिस आयुक्त पद से हटाने के बाद एक कार्यक्रम में गृहमंत्री अनिल देशमुख ने  परमबीर सिंग के अक्ष्यम गलतियों की वजह से हटाए जाने की बात कही थी। इस पर दुखी होकर परमबीर सिंग ने शनिवार को मुख्यमंत्री के कार्यालय पर लेटर बम गिराया। इससे महाराष्ट्र की राजनीति में खलबली मच गई।

परमबीर सिंग द्वारा उठाया गया यह कदम बहुत बड़ा है। इस वजह से उन्हे सरकार के गुस्से का सामना भी करना पड़ सकता है। परमबीर सिंग द्वारा फ़ोड़े गए लेटर बम उन्ही के ऊपर फोड़े जाने की शंका जताई जा रही है। परमबीर सिंग की विभागीय जांच की जाने की संभावना है। बीते कई दिनो से या तो पुलिस आयुक्त या गृहमंत्री के विकेट गिरने की संभावना जताई जा रही थी। लेकिन पुलिस आयुक्त का ही विकेट गिर गया। शरद पवार के गृहमंत्री पर नाराज होने की चर्चा थी।

क्या हुआ दो दिनों में

राज्य की राजनीति में शनिवार रात को अचानक से भुकम्प आया। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंग ने गृहमंत्री अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री को एक पत्र भेजा। इसमे निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाझे को देशमुख ने मुंबई के पब, बार आदि से महीने में 100 करोड़ वसूली का काम दिया था। गृह मंत्री द्वारा पुलिस पर दबाव डालने की बात परमबीर सिंग ने मुख्यमंत्री, शरद पवार, अजित पवार से कही थी। यह आरोप भी लगाया।

इसके बाद भाजपा ने इस मुद्दे पर गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए जांच की भी मांग की। इसके बाद मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने भी एक पुलिस एपीआई को इतना तो राज्य के ऐसे कितने आयुक्त हैं, उन्हें कितनी वसूली करने के लिए कहा है ये बात भी बाहर आनी चाहिए। इन सब पर शरद पवार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होने कहा कि परमबीर सिंग केआरोप गंभीर हैं लेकिन सबूत नहीं हैं। इसलिए मामले में जूलियो रिबेरो जैसे अधिकारियों से जांच कराने का प्रस्ताव भी उन्होंने दिया था।