चेन्नई : समाचार ऑनलाइन – भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने और एक कीर्तिमान रच दिया है। इसरो ने आज दोपहर 3.25 बजे ताकतवर राडार इमेजिंग सैटेलाइट रीसैट-2बीआर1 की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग कर दी। जानकारी के मुताबिक, ये सैटेलाइट रात के अंधेरे और खराब मौसम में भी काम करेगा। इस लॉन्चिंग के साथ ही इसरो के नाम एक और रिकॉर्ड बन गया है। ये रिकॉर्ड उपग्रह छोड़ने का है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, 1999 से लेकर अब तक इसरो ने कुल 310 विदेशी सैटेलाइट्स अंतरिक्ष में स्थापित किए हैं। आज के 9 उपग्रहों को मिला दें तो ये संख्या 319 हो गई है. ये 319 सैटेलाइट्स 33 देशों के हैं। एक दशक में यानी 2010 तक इसरो ने 20 विदेशी उपग्रह छोड़े। इसके बाद 2010 से अब तक 297 विदेशी उपग्रह लॉन्च किए। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इसरो ने पिछले तीन साल (2016-17-18) में कॉमर्शियल लॉन्चिंग (विदेशी उपग्रहों समेत) से करीब 6289 करोड़ रुपए कमाए हैं। ये जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्री जितेंद्र सिंह ने लोकसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में जुलाई में दी थी.
RiSAT-2BR1 (रीसैट-2बीआर1) दिन और रात दोनों समय काम करेगा। ये माइक्रोवेव फ्रिक्वेंसी पर काम करने वाला सैटेलाइट है. इसलिए इसे राडार इमेजिंग सैटेलाइट कहते हैं। देश की सेनाओं के अलावा यह कृषि, जंगल और आपदा प्रबंधन विभागों को भी मदद करेगा 628 किलोग्राम वजनी RiSAT-2BR1 सैटेलाइट को पृथ्वी से 576 किलोमीटर ऊपर की कक्षा में स्थापित किया जाएगा। इसे स्थापित होने में करीब 21 मिनट लगेंगे।