ऑनलाइन ठगी के शिकार बने 300 में से 242 लोगों लोगों के पैसे वापस मिले

अहमदनगर : समाचार ऑनलाईन- बैंक ग्राहक को फोनकर ऑनलाइन खरीदी का ऑफर देकर वर्ष भर में जिले 300 बैंक ग्राहकों से लाखों रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है। साइबर पुलिस की सतर्कता से ठगी के शिकार बने 300 में से 242 लोगों के पैसे वापस मिल गए हैं।

बैंक ग्राहकों से ऑन लाइन ठगी करने वाला गिरोह मुंबई सहित बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड राज्य में बड़े स्तर पर सक्रिय होने की जानकारी साइबर पुलिस की जांच में सामने आई है। साइबर अपराधियों ने कॉल सेंटर चलाने वाले अधिकांश गिरोह से बैंक ग्राहकों को डेटा मिला है।

पूछताछ में यह जानकारी सामने आई है कि बैंक ग्राहकों को फोन करने के बाद सामने वाला व्यक्ति सबसे पहले उसे उसकी सारी जानकारी देता है। एकाउंट नंबर भी बताता था। इसकी वजह से अधिकांश लोगों को कॉल बैंक से आने का विश्वास होता था। आरोपियों द्वारा बताया जाता था कि आपके बैंक एकाउंट को आधार कार्ड से जोड़ दिया गया है। एटीएम कार्ड अपडेट्स करना है। आपका लोन मंजूर हो गया है आदि बातें बोलकर ग्राहकों से उनके एटीएम नंबर व ओटीपी पूछ लिया जाता था।

इंटरनेट के विभिन्न वेबसाइट्स और व्हाट्स अप व फेसबुक पर ब्रांडेड वस्तु सस्ती कीमत पर खरीदने का ऑफर्स दिया जाता था। इन ऑफर्स पर क्लिक करने पर ऑर्डर बुक किया जाता था। इसके लिए ऑनलाइन पेमेंट करना पड़ता था। पेमेंट करने के लिए वेबसाइट पर एटीएम कार्ड नंबर व ओटीपी डालना पड़ता है। इस ओटीपी नंबर से आरोपी ग्राहकों के बैंक खाते से पैसे अपने एकाउंट में ट्रांसफर कर लेते थे।

10 से 11 महीने में जिले में ठगी के शिकार बने 300 में से 242 लोगों को साइबर पुलिस ने 20 लाख 42 हजार 560 रुपए वापस दिलवाया है। ऑनलाइन चोर बैंक ग्राहकों के एकाउंट से पैसे अपने एकाउंट में ट्रांसफर नहीं करते थे बल्कि अपने वॉलेट में ट्रांसफर करते थे। ठगी के शिकार बने लोगों द्वारा साइबर पुलिस से इसकी शिकायत किए जाने के बाद सबसे पहले जिस बैंक एकाउंट से पैसे ट्रांसफर किए गए उसकी डिटेल संबंधित वॉलेट कंपनी को भेजकर उस पैसे का आगे का लेनदेन बंद करने के लिए कहा जाता था।