हमारी चूक ने फिर संक्रमण को आमंत्रण दिया, नियंत्रण के दावे फेल, 3.62 लाख नए केस 

ऑनलाइन टीम. नई दिल्ली : भारत में कोरोना वायरस का कहर अब भी जारी है। एक-दो दिन की कमी के बाद आज यानी गुरुवार को एक बार फिर से देश में कोरोना वायरस के नए मामले 3.5 लाख के बेंचमार्क को पार कर गए हैं। भारत में एक बार फिर से 24 घंटे में कोरोना के मामले 3.62 लाख से अधिक आए हैं। इसी दौरान कोविड से 4120 लोगों की मौतें भी हुई हैं। हालांकि, कल की तुलना में आज मौत का आंकड़ा थोड़ा कम है। मगर नए केस में काफी इजाफा देखने को मिल रहा है।

इस साल जनवरी फरवरी की बात है, जब भारत में कोविड-19 संक्रमण के मामले लगातार घट रहे थे और ये पिछले साल सितंबर में 96 हज़ार प्रति दिन के शीर्ष से घटते हुए, इसके दसवें हिस्से तक आ गए थे। वायरस से मौत की दर भी 1200 से घटकर 80 तक आ गई थी।

ऐसे हालात में देश में कोरोना पर विजय का माहौल बनने लगा था। इसमें, भारत के दुनिया भर में अपवाद होने के यक़ीन ने और तड़का लगा दिया।  16 जनवरी को भारत ने तीन चरणों का कोविड-19 टीकाकरण अभियान शुरू किया था। इस अभियान के पहले चरण में तीन करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और ज़रूरी सेवाएं देने वाले फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को कोरोना के टीके लगाए जाने थे।

उसके बाद अगले चरण में 60 वर्ष से ज़्यादा उम्र के उन लोगों को कोविड-19 का टीका लगाया जाने लगा, जिन्हें अन्य बीमारियां भी थीं। इनके साथ साथ, एक अप्रैल से 45 वर्ष या उससे ज़्यादा उम्र वाले सभी लोगों को कोविड-19 का टीका लगाने की शुरुआत की गई। आबादी के ये समूह, भारत की जनसंख्या का 22 प्रतिशत या क़रीब 30 करोड़ लोग थे। उम्मीद की जा रही थी कि टीकाकरण अभियान के ये चरण अगले छह महीनों में यानी जुलाई अगस्त तक पूरे कर लिए जाएंगे। लेकिन, टीकाकरण को इतने समय में पूरा करने का लक्ष्य तभी उचित होता, जब नए संक्रमणों की संख्या लगातार घटती रहे।

इस बीच, संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते रहे। दूसरी लहर की अशांति के बीच तीसरी लहर की आशंकाओं के माथे पर बल ला दिया। अब स्थिति गंभीर होती जा रही है। सरकार कोरोना संक्रमण की रोकथाम के प्रयासों में लगी हुई है।