अंगदान से मिला पांच मरीजों को जीवनदान

पिंपरी। समाचार ऑनलाईन

एक 27 वर्षीय ब्रेनडेड महिला के अवयव दान से पांच जरूरतमंद मरीजों को नया जीवन मिल सका है। पिंपरी के डाॅ.डी.वाय.पाटील हॉस्पिटल में यकृत, दो मूत्रपिंड और दो नेत्रपटल का सफल प्रत्यारोपण किया गया। इसकी जानकारी देते हुए डी वाई पाटिल यूनिवर्सिटी सोसाइटी की उपाध्यक्षा भाग्यश्री पाटिल ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि, हॉस्पिटल द्वारा अंगदान को लेकर लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। न नफा न नुकसान तत्व पर अब तक किडनी, लीवर, नेत्रपटल प्रत्यारोपण के 35 सफल ऑपरेशन किये गए हैं।

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डी वाई पाटिल मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में सोमवार को एक 27 वर्षीय महिला को ब्रेनडेड घोषित किया गया था। उसके परिवार को अंगदान का महत्व समझाने के साथ उनकी इस विषय को लेकर रही शंकाओं को दूर किया गया। खुद भाग्यश्री पाटिल ने मरीज के परिवार से मुलाकात कर चर्चा की। इसका नतीजा यह निकला कि यह परिवार अपना दुःख को भूलकर अंगदान के लिए तैयार हो सका। मरीज के लीवर, एक किडनी और दो नेत्रपटल पिंपरी और दूसरी किडनी नासिक के निजी हॉस्पिटल में भेजी गई। लीवर के विकार से त्रस्त एक 58 वर्षीय, किडनी के विकार से पीड़ित एक 27 वर्षीय मरीज को लीवर और किडनी प्रत्यारोपित की गई।

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लीवर प्रत्यारोपण व हेपॅटॉबिलिअरी सर्जन डॉ. बिपीन विभूते व अवयव प्रत्यारोपण टीम ने इस प्रत्यारोपण के ऑपरेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अपना गम भुलाकर दूसरों को जीवनदान देने का साहसी फैसला करने को लेकर डी वाई पाटिल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ पीड़ी पाटिल और हॉस्पिटल प्रबंधन ने मरीज के परिवार और रिश्तेदारों का आभार जताया। इस संवाददाता सम्मेलन में डी वाई पाटिल हॉस्पिटल क मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ अमरजित सिंग, निदेशक डॉ वत्सला स्वामी, अधिष्ठाता डॉ. जे. एस. भवालकर अधिष्ठाता, काॅपोरेट हेड डॉ पी एस गरच्या, प्राध्यापिका डॉ वैशाली भारंबे आदि उपस्थित थे।