शास्तिकर रद्द करने की मांग को लेकर मनपा ओर निकला मोर्चा

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – अवैध निर्माणकार्यों से वसूले जाने वाले शास्तिकर यानी तिगुना प्रॉपर्टी टैक्स को रद्द करने की मांग को लेकर पिंपरी चिंचवड नागरी कृति समिति की ओर से गुरुवार को पिंपरी चिंचवड मनपा पर विशाल मोर्चा निकाला गया। मनपा मुख्यालय पर पहुंचने के बाद यहां लोगों को भेजी गई शास्तिकर की नोटिसों की होली जलाई गई। इसके बाद यह मोर्चा सभा मे बदल गया। इसमें सर्वदलीय नेताओं ने संपूर्ण शास्तिकर रद्द करने की मांग को लेकर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी गई।

आकुर्डी के खंडोबा मंदिर से सुबह 11 बजे मोर्चा की शुरुआत की गई। आकुर्डी, कालभोरनगर, चिंचवड, मोरवाडी मार्ग से होते हुए मनपा मुख्यालय पर पहुंचा। इसमें भूतपूर्व विधायक विलास लांडे, मनपा में विपक्षी दलों के नेता दत्ता साने, पूर्व महापौर अपर्णा डोके, वैशाली घोडेकर, नगरसेविका वैशाली कालभोर, विनया तापकीर, नगरसेवक मयूर कलाटे, नाना काटे, पंकज भालेकर, प्रवीण भालेकर, मनसे के शहराध्यक्ष सचिन चिखले, संजय वाबळे, नगरसेविका पौर्णिमा सोनवणे, संगीता ताम्हाणे, धनंजय भालेकर, शिवसेना के गुटनेता राहुल कलाटे, पूर्व नगरसेवक राजेंद्र जगताप, सामाजिक कार्यकर्ता मानव कांबले, रिंगरोड, रेडझोन विरोधी कृति समिति के पदाधिकारी, पिंपरी चिंचवड लघु उद्योग संगठन के अध्यक्ष संदीप बेलसरे, पूर्व नगरसेवक मारुती भापकर और शास्तिकर से बाधित नागरिक बड़ी संख्या में शामिल हुए।

पूर्व विधायक विलास लांडे ने कहा कि, भाजपा ने सत्ता पाने के लिए शास्तिकर, अवैध निर्माण कार्य, रेडजोन, प्राधिकरण बाधित किसानों को साढ़े 12 फीसदी जमीन वापसी जैसे मसलों को हल करने का भरोसा दिलाया। मनपा से लेकर केंद्र तक भाजपा की सरकार रहने के बावजूद ये मसले हल नहीं हुए। अब लोगों को शास्तिकर के 80 से 85 लाख रुपये की नोटिस भेजी जा रही है। इतने पैसे लोग कहाँ से भरेंगे? यह सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि अब चुनाव करीब आ रहे हैं तो नोटिस रद्द करने का दिखावा किया जाएगा। मगर अब भाजपा के भुलावे में नहीं आना है। संपूर्ण शास्तिकर माफी के लिए उग्र आंदोलन किया जायेगा। विपक्षी नेता दत्ता साने ने कहा कि, इन मसलों को हल करने का आश्वासन देकर सत्ता पाने वाली भाजपा को साढ़े चार साल की गहरी नींद से जगाने के लिए यह मोर्चा निकाला गया है। शास्तिकर के नाम पर फिरौती वसूली जा रही है। इसे माफ नहीं किया गया तो विधायकों के घरों पर मोर्चा निकाला जाएगा। रेडजोन वासियों को कोई बुनियादी सुविधाएं नहीं दी जा रही है फिर उनसे टैक्स वसूल किया जा रहा है। लघु उद्योग संगठन के अध्यक्ष सन्दीप बेलसरे ने उद्यमियों को भेजी जा रही शास्तिकर नोटिसों पर नाराजगी जताते हुए उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।