एक कदम आगे…किसान सोशल आर्मी ने किया इमरजेंसी एप लॉन्च   

नई दिल्ली. ऑनलाइन टीम : किसान आंदोलन को पल-पल से अपडेट करने के लिए किसान सोशल आर्मी ने इमरजेंसी एप लॉन्च किया है। यह एप सभी किसानों के फोन में होगा, जिस पर कई किलोमीटर तक फैले आंदोलन की हर अपडेट डाली जा सकेगी। धरना स्थल पर धीमी इंटरनेट सेवा के कारण किसानों को हो रही परेशानी से निपटने के लिए किसान सोशल आर्मी ने यह इमरजेंसी एप लॉन्च की है।

26 जनवरी को किसान आंदोलन के दौरान हुई हिंसक घटनाओं की नजर से देखा जाए तो आज शनिवार को चक्का-जाम के दौरान पुलिस और किसान संगठन, दोनों के सामने ही चुनौती है।  आशंका जताई जा रही है कि किसानों को उकसाकर बवाल कराया जा सकता है। इसी बवाल पर नजर रखने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से शुक्रवार को इस एप लॉन्चिंग की जानकारी दी गई है। यह धीमे इंटरनेट सेवा में भी आसानी से काम करेगा। इस पर लोकेशन व आस पास में हुई घटना की फोटो अपलोड की जा सकेगी। एक इमरजेन्सी मोबाइल नंबर भी लॉन्च किया गया है।

किसान संगठन सरकार को बैकफुट पर लाने के साथ ही देश की भावनाएं अपने साथ करना चाहते हैं, ताकि उन्हें कोई दोषी न मानें। मगर एक बात तो तय है कि इस आंदोलन में हर स्तर के पारंगत लोगों की भागीदारी जरूर है। एक तरफ 26 जनवरी को उन्होंने हिसंक रूप दिखाया तो अब तकनीकी रूप से महारत होने का भी परिचय दे रहे हैं। सरकार पहले से ही इन्हें बाहर से समर्थन दिए जाने की बात कह रही है। अब इसकी पुष्टि भी होने लगी है।

किसान ट्रैक्टर परेड को 26 नवंबर के बाद की सबसे बड़ा क़दम माना जा रहा था। इसे लेकर सरकार भी काफ़ी दबाव में थी। इस दबाव के परिणामस्वरूप, सरकार ने क़ानून को डेढ़ साल के लिए स्थगित करने की पेशकश भी की। जब किसानों ने प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया, तो सरकार ने बातचीत रोक दी। कुछ का मानना है कि अब आंदोलन लंबे समय तक चल सकता है, क्योंकि 26 जनवरी की कार्रवाई के बाद सरकार पर ज़्यादा दबाव नहीं है।