कोरोना के बीच महाराष्ट्र में एक और खतरा! ब्लैक फंगस के बढ़ रहे मरीज

मुंबई : ऑनलाइन टीम – देश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर जारी है। आज एक बार फिर देश में 4000 से ज्यादा नई मौतें दर्ज की गईं। वहीं संक्रमण के नए मामलों में भी तेजी आई है। देश में पिछले 24 घंटो में कोरोना के 3,48,421 नए मामले दर्ज किये गए है। नए मामले दर्ज होने के बाद कुल मामलो की संख्या 2,33,40,938 हो गई। इस बीच महाराष्ट्र से एक और खतरे की खबर आ रही है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने मंगलवार को कहा कि अब तक राज्य में म्यूकोरमाइकोसिस के 2000 से अधिक मरीज हो सकते हैं और कोविड-19 मरीजों के बढ़ते मामलों के बीच इनकी संख्या में भी अवश्य इजाफा होगा।

टोपे ने कहा कि म्यूकोरमाइकोसिस की मृत्यु दर 50 फीसदी है और यह उन कोविड-19 मरीजों को अपनी चपेट में लेता है जिनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम है या वे पहले ही अन्य बीमारियों से ग्रस्त हैं। म्यूकोरमाइकोसिस को काला कवक के नाम से भी पहचाना जाता है। महाराष्ट्र सरकार ने म्यूकोरमाइकोसिस के मामलों का उपचार करने के लिए मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों का उपयोग करने का फैसला किया है।

इससे पहले टोपे ने सोमवार को कहा था कि म्यूकोरमाइकोसिस के मरीजों का इलाज राज्य सरकार की प्रमुख चिकित्सा बीमा योजना के तहत मुफ्त में किया जाएगा। एक आधिकारिक बयान में टोपे के हवाले से कहा गया था कि म्यूकोरमाइकोसिस रोगियों को महात्मा ज्योतिबा फुले जन आरोग्य योजना के तहत कवर किया जाएगा क्योंकि इस कवक संक्रमण से निपटने के लिए जरूरी दवाएं महंगी हैं। स्वास्थ्य योजना के तहत शामिल 1,000 अस्पतालों में ऐसे मरीजों का मुफ्त इलाज किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि इस बीमारी के लक्षण उन कोविड-19 रोगियों में देखे जा रहे हैं जो मधुमेह से पीड़ित