सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन रास नहीं आया बाजार, ईद-उल-फितर के चलते कम रहा कारोबार   

ऑनलाइन टीम. नई दिल्ली  : कोरोना संक्रमणकाल के बीच बाजार में भी अस्थिरता बनी हुई है। सभी चाहते हैं कि उसके पैसे रातों-रात डबल हो जाएं। वैसे तो शेयर बाजार में निवेश कर के ऐसा कर पाना मुमकिन है, लेकिन रिस्क बहुत अधिक होता है। बहुत सारे ऐसे स्टॉक होते हैं जो रातों-रात निवेशकों के पैसे कई गुना बढ़ा देते हैं, ऐसे स्टॉक के मल्टीबेगर स्टॉक कहा जाता है, पर आज के माहौल में मल्टीबेगर भी कुछ रास नहीं आ रहे हैं।

आज सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को शेयर बाजार सपाट स्तर पर खुला। वैसे 1247 शेयरों में तेजी आई, 278 शेयरों में गिरावट आई, पर 100 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। 13 मई 2021 को पूरे देश में ईद-उल-फितर के पर्व के लिए घरेलू शेयर बाजार में कारोबार नहीं हुआ, फिर भी देश के 10 सर्वाधिक मूल्यवान कंपनियों में से आठ के बाजार पूंजीकरण में पिछले सप्ताह संयुक्त रूप से 81,250.83 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ। इसमें सर्वाधिक लाभ में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) रही। पिछले सप्ताह केवल रिलायंस इंडसट्रीज लिमिटेड और इंफोसिस को बाजार पूंजीकरण के मामले में नुकसान हुआ। आंकड़ों की नजर से देखें तो बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 1.27 अंक (0.00 फीसदी) की मामूली तेजी के साथ 48692.07 के स्तर पर खुला। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 13.70 अंक (0.09 फीसदी) ऊपर 14710.20 के स्तर पर खुला। पिछले सप्ताह, 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 424.11 यानी 0.86 फीसदी मजबूत हुआ। याद रहे पिछले कारोबारी दिन सेंसेक्स 221.45 अंकों (0.45 फीसदी) की गिरावट के साथ 48940.36 के स्तर पर खुला था। वहीं निफ्टी 50.30 अंक (0.34 फीसदी) नीचे 14800.50 के स्तर पर खुला था।

जानकारों के मुताबिक, भारतीय अर्थव्यवस्था कोरोना महामारी से तेजी से उबर रही है। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) ने वर्ष 2021 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को बढ़ा दिया है। संयुक्त राष्ट्र ने साल 2021 के लिए भारतीय अर्थव्यवस्था की ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर 7.5 प्रतिशत कर दिया है। यूएन ने इसमें जनवरी के अपने अनुमान से 0.2 फीसद की बढ़ोत्तरी की है। इसके साथ ही यूएन ने साल 2022 में भारत की जीडीपी ग्रोथ का पूर्वानुमान 10.1 प्रतिशत लगाया है।

एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने भी कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था 11 प्रतिशत बढ़ने की संभावना है। ‘एशियन डेवलपमेंट आउटलुक 2021’ में एडीबी ने कहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था के इस वित्त वर्ष में एक मजबूत वैक्सीन ड्राइव के बीच 11 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है।

अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने कहा है कि साल 2021 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 12.5 प्रतिशत रह सकती है। आईएमएफ ने कहा है कि यह वृद्धि दर चीन से 4 प्रतिशत ज्यादा होगी।