दार्जिलिंग : समाचार ऑनलाइन – कुत्ते हमारे वफादार होते हैं और ये अपने मालिक की रक्षा के लिए अपनी जान तक दांव पर लगा सकते हैं. इसका ताजा उदाहरण दार्जिलिंग में सामने आया है. एक 4 वर्षीय पालतू कुत्ते टायगर ने अपनी मालकिन अरुणा लामा की तेंदुए से जान बचा ली. आज अरुणा का परिवार टायगर की इस बहादुरी पर फुले नहीं समा रहे हैं. अरुणा की बेटी स्मृति कह रही है कि टायगर नहीं होता तो मेरी माँ के साथ न जाने क्या अनहोनी घटना हो गई होती.
घर के स्टोर रम आ गया था तेंदुआ
यह घटना दार्जिलिंग के सोनादा की है. लामा के घर के स्टोर रूम में तेंदुआ घुस आया था. अरुणा जैसे ही स्टोर रूम में पहुंची, तेंदुए ने वैसे ही उन पर हमला कर दिया. अपनी मालकिन की चीखने की आवाज सुनकर टायगर भी वहां पहुंच गया. यह नजारा देख उसने अपनी जान बचाने की परवाह किए बगैर तेंदुए पर भौंकने लगा. इतना ही नहीं उस पर झपट्टा भी मार दिया. इसके बाद तेंदुआ वहां से भाग निकला. इस तरह टायगर ने बहादुरी दिखाते हुए अरुणा की जान बचा ली, जिस तरह अरुमा ने एक बार टायगर की जान बचाई थी.
WB:A pet dog saved life of its owner,Aruna Lama who was attacked by a leopard on Aug 14 in Darjeeling.Aruna's daughter says,"as my mother was making her way to ground floor of our house she noticed a pair of glowing eyes,then the leopard attacked her but Tiger(pet dog) saved her" pic.twitter.com/JedUyCjGPd
— ANI (@ANI) August 17, 2019
सड़क उठाकर लाई थी टायगर
अरुणा ने बताया कि टाइगर ने अपना पुराना कर्ज अदा किया है. साल 2017 में अरुणा सड़क पर पड़े टायगर को घर लाई थी. उस समय एक बड़ा आंदोलन चल रहा था, जिसके कारण बंद से पहाड़ी क्षेत्रों में खाने की कमी पड़ गई थी. ऐसी विषम परिस्थितिओं में अरुणा ने टायगर को खिलाया-पिलाया और उसकी देखभाल की, जिसका कर्ज टायगर ने अपनी जान पर खेलकर चुकाया है. साथ ही टायगर ने भी अपनी वफादारी की मिसाल पेश की है.