OMG: पाकिस्तान में लगा गधों का मेला, यहाँ बिक रहे हैं ‘एटम बम’ और ‘AK-47’

इस्लामाबाद : समाचार ऑनलाइन- अपनी नापाक हरकतों के कारण हमेशा से सुर्खियों में बने रहने वाले पाकिस्तान की और भी कुछ खूबियाँ हैं, जो आए दिन लोगों का एंटरटेनमेंट करने का काम करती हैं. या यूं कहें पाकिस्तान से कुछ ऐसी उटपटांग खबरें आती हैं, जो गुदगुदा जाती हैं. अब देखिए इन दिनों पाकिस्तान में गधों की खरीदी-बिक्री का मेला लगा हुआ है. इस मेले में ‘एटम बम’ और ‘AK-47’ धड़ल्ले से बेचे जा रहे हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि गधों की बिक्री और हथियारों का क्या लेना-देना? तो आइए आपको बताते हैं इसके पीछे की दिलचस्प वजह.

गधों के नाम खतरनाक बमों और हथियारों पर
कौड़ी-कौड़ी के लिए मोहताज पाकिस्तान गधों की बिक्री कर पैसा कमाता है. यह गधे चीन निर्यात किए जाते हैं. इसलिए इनकी खरीदी-बिक्री के लिए हर साल की तरह इस बार भी इस मेले का आयोजन पाकिस्‍तान के हैदराबाद शहर से 70 किमी दूर बादिन जिले में किया गया है. अब बताते हैं गधों का हथियारों से संबंध. इस मेले में जो गधे शिरकत कर रहे हैं, असल में उनका नाम खतरनाक बमों और हथियारों पर रखा गया है जैसे- ‘एटम बम’ और ‘AK-47’ रॉकेट लॉन्‍चर, परमाणु बम आदि. इतना ही नहीं कुछ गधों के नाम तो माधुरी, शीला, दिल पसंद रखे गए हैं. यही नाम मेले के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं.

गधों की 20 हजार से 2 लाख रुपए कीमत
ये सभी गधे लासी, लारी, ईरानी और थारी प्रजाति के बताए जा रहे हैं. और-तो-और इन गधों के रंग भी अलग-अलग हैं. इनमें से कुछ का रंग सफेद, ग्रे, भूरा और काला बताया जा रहा है. इन गधों में मादा गधा भी शामिल हैं. यहाँ पर इन गधों को 20,000 रुपये से लेकर दो लाख रुपये तक बेचा रहा है.

चीन में गधों का होता है ‘ऐसे’ इस्तेमाल
बता दें कि पाकिस्तान में गधों की भरमार है. यही से चीन को गधे निर्यात किए जाते हैं. चीन इन गधों का इस्तेमाल पारंपरिक दवाइयों जैसे गधे के चमड़े से इम्यून सिस्टम व रक्त वर्द्धक दवाई बनाने में करता है. इसके अलावा चीन में गधे का मास काफी पसंद किया जाता है. बताया जा रहा हैं अपने देश में गधे की खपत ज्यादा होने से चीन अब पाकिस्तान में गधों के विकास के लिए निवेश करने की योजना बना रहा है.