नई दिल्ली, 4 : कोरोना की वजह से कई जगह बेहद गंभीर स्थिति पैदा हो गई है। कई लोगों ने इस संकट में अपने करीबी लोगों को गंवा दिया है। कोरोना से अब तक तीन लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इस दौरान कई चौंकाने वाली घटनाएं सामने आ रही है। कोरोना से कई परिवार तबाह हो गए है। इसी तरह की एक घटना बिहार में घटी है। हंसता-खेलता परिवार कोरोना से तबाह हो गया है। कोरोना से एक परिवार के दो लोगों की मौत हो गई है। यह झटका बर्दाश्त नहीं कर वाली पत्नी ने आत्महत्या कर अपनी जान दे दी है।
कोरोना से एक व्यक्ति की मौत हो गई। लेकिन पति की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाने की वजह से पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मिली जानकारी के अनुसार समस्तीपुर के नगरगामा के मंजीत कुमार की पिछले महीने कोरोना से मौत हो गई थी। उसकी मौत के बाद उसकी पत्नी डिप्रेशन में चली गई और 31 वर्षीय रीता कुमारी दवारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने की दर्दनाक घटना सामने आई है। रीता को डेढ़ महीने का बेटा और तीन साल की बेटी है। मां-पिता की मौत के बाद दोनों बच्चे अनाथ हो गए है।
परिवार से मिली जानकारी के अनुसार मंजीत की मौत के बाद उसकी पत्नी डिप्रेशन में चली गई थी। बुधवार को अपनी बेटी के साथ वह एक कमरे में सोइ थी। कुछ देर के बाद उसका बच्चा कमरे से बाहर था। दोपहर में दरवाजा खटखटा कर उसे बाहर बुलाया गया लेकिन वह बाहर नहीं आई। आखिर में दरवाजे को तोडा गया। रीता कमरे के पंखे से फांसी पर लटकी हुई मिली। परिवार ने तुरंत पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
कोरोना से एक बच्चे का फेफड़ा 90% तक ख़राब हो गया है लेकिन उसकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है। इस घटना को लेकर डॉक्टर्स के सामने बड़ी चुनौती आ गई है। बच्चे का फ़िलहाल हॉस्पिटल में उपचार चल रहा है। बिहार में यह भयानक घटना घटी है। पटना के IGIMS में एक 8 वर्षीय बच्चे का उपचार चल रहा है। उसका फेफड़ा 90% तक ख़राब हो चुका है। किडनी और लिवर भी संक्रमित हो चुका है। लेकिन बच्चे का कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आया है। लेकिन सिटी स्कैन में उसकी रिपोर्ट में कोरोना का पता चला है. सिटी स्कैन देखर डॉक्टर्स के होश उड़ गए है।