नई दिल्ली, 1 जून : तेज़ी से फ़ैल रहे कोरोना वायरस की वजह से फ़िलहाल हर तरफ भय का माहौल है। कोरोना का सामना करने के लिए हर कोई उपचार की तलाश में जुटा है। इसी बीच सैकड़ों लोग कोरोना संबंधी उपचार का दावा कर रहे है। कुछ लोग गोमूत्र से उपचार का दावा कर रहे है। जबकि कोई होम हवन पर विश्वास जता रहे है।
इसी तरह की एक घटना आंध्र प्रदेश से सामने आई है। आंध्र प्रदेश के नेल्लोर में एक पूर्व मुख्याध्यापक दवारा चमत्कारी दवा लेने के बाद ठीक होने का दावा किया था। सोशल मीडिया पर यह खबर तेज़ी से वायरल होने के बाद यह दवा लेने के लिए लोगों की भीड़ लग गई थी। लेकिन अब खबर आ रही है कि चमत्कारी दवा लेने वाले मुख्याध्यापक की मौत हो गई है।
मिली जानकारी के अनुसार नेल्लोर के कृष्पाट्नम गांव के पूर्व मुख्याध्यापक एन कोतैया ने चमत्कारी दवा लेने का दावा किया था। इसके बाद इस दवा को लेने के लिए लोगों की भीड़ लगने लगी। शुक्रवार की रात इस टीचर का ऑक्सीजन लेवल कम हो गया था। उन्हें नेल्लोर के सरकारी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. लेकिन सोमवार की सुबह उनकी मौत हो गई। इस गांव के 20 लोगों की कोरोना रिपोर्ट जांच के लिए भेजी गई है।