भाजपा को मदद करनेवाले अधिकारी जल्द से जल्द हटाएं, कांग्रेस की बैठक में उठी आवाज

मुंबई : महाविकास आघडी सरकार में कांग्रेस, राष्ट्रवादी और शिवसेना शामिल हैं। तीनों को एकजुट होकर इस संकट का सामना करना चाहिए। अकेले लड़ने से जो परिणाम आना चाहिए वो नहीं आ सकता है। साथ ही भाजपा के करीबी अधिकारी को ढूंढ कर जल्द से हटाएं। यह सुर कांग्रेस मंत्रियों की बैठक में एक साथ उठा।

बैठक की रिपोर्ट पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ ही मुख्यमंत्री को भी देने की बात कही गई है। एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि हमने रिव्यू मीटिंग की है, इतना ही संदेश हमारे साथी पार्टियो के लिए काफी है। विधि मंडल पार्टी नेता बालासाहेब थोरात, पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर अशोक चव्हाण, पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के साथ अनेक मंत्री इस मौके पर उपस्थित थे। सरकार पर जिस तरीके से भाजपा ने हमला किया है उसे देखते हुए ऐसा लग रहा है कि इन राजनीतिक हमले का एक साथ उतर देने की जरूरत है। धनंजय मुंडे, संजय राठोड के मामले यही देखा गया है। अब अनिल देशमुख के मामले में यही हो रहा है। यह होने नहीं देना है और दिखाना है कि हमारी एकजुट सरकार है। विश्वास में लेकर रणनीति तय करना है।

अधिकारी भाजपा को जानकारी देते हैं

सरकार बदली लेकिन फिर भी भाजपा के करीबी कई अधिकारी आज भी महत्वपूर्ण पद पर हैं। इन अधिकारियों को जल्द से बदलने की जरूरत है। अगर बदली नहीं की तो ये सरकार की सारी जानकारी भाजपा को देते रहेंगे। हमेशा से वही होते हुए दिख रहा है। इसलिए ऐसे अधिकारियो को ढूंढकर उन्हे दूर करने का महत्वपूर्ण काम मुख्यमंत्री को अपने हाथ में लेना पड़ेगा। सभी मंत्रियो के मत हमने जान लिया है। यह जानकारी बालासहेब थोरात ने दी।

समन्वय समिति पर जोर

कुछ मंत्रियों ने कहा कि राष्ट्रवादी के वरिष्ठ नेता शरद पवार से उनके पार्टी के नेता जाकर मिल रहे हैं। जानकारी दे रहे हैं, उसमे कुछ गलत नहीं है। उन्होंने ही कहा था कि पार्टी में विवाद हुआ या सरकार पर कुछ परेशानी आई तो समन्वय समिति की बैठक लेकर रास्ता निकाला जाएगा।  समन्वय समिति की बैठक जल्द से  जल्द होनी चहिए। यह आरोप प्रत्यारोप हो रहा है, इसकी वस्तुस्थिति सभी मंत्रियों को विश्वास में लेकर बताना चाहिए।