पुणे : समाचार ऑनलाईन – पुरुषों को इरेक्शन या सेक्स संबंधी कोई परेशानी होती है तो अधकांश लोग वायग्रा का इस्तेमाल करते है। पुरुषों की तरह महिलाओं में भी ऐसा होता है कि उनमे सेक्स की इच्छा कम होती है । उनके लिए बने वायग्रा को अब मंजूरी मिल गई है । महिला में सेक्स की इच्छा कम हो तो उत्तेजित होने के लिए वे अब वायग्रा का इस्तेमाल कर सकती है `।अमेरिकन फ़ूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन ने खास महिलाओं के लिए तैयार की गई वायग्रा मंजूरी दे दी हैं ।
यह वायग्रा पुरुषों के टेबलेट की तरह नहीं है। इस वायग्रा का रूप थोड़ा अलग है। महिला खुद से ले सके इस तरह के रूप में इंजेक्शन वायग्रा होगा। खास महिलाओं के लिए तैयार की गई यह वायग्रा को अमेरिका के फ़ूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन ने मंजूरी दी है। खास इसलिए क्योंकि महिलाओं मासिक चक्र पर किसी तरह का कोई असर होने का कोई प्रमाण नहीं है । लेकिन वह महिला हायपो एक्टिव सेक्सुअल डीजयार डिसॉर्डर पीड़ित हो।
सप्ताह में एक से ज्यादा बार यह इंजेक्शन नहीं दिया गया
HSDD पीड़ित 1200 महिलाओं पर 24 सप्ताह इस वायग्रा का परीक्षण किया गया
इस परीक्षण में महीने में दो से तीन बार महिलाओं को इंजेक्शन दिया गया। इस बार 25% महिलाओं ने लैंगिक भावनाओं के भड़कने की बात कही। खास बात यह है कि किसी भी महिला एक सप्ताह में एक से ज्यादा बार यह इंजेक्शन नहीं दिया गया`।
इंजेक्शन कैसे काम करता है?
इस इंजेक्शन के लिए मधपान छोड़ने जैसी कोई शर्त नहीं है
इस इंजेक्शन का फायदा ऐसे होते है कि आपका डर कम होगा। डोपामाइन और सिरोटोनिन इन दो न्यूरोट्रांसमीटर के जरिये नियंत्रण में रखा जाता है। इस वायग्रा के उत्पादकों का ऐसा दावा है कि सिरोटोनिन का स्राव रोकने और डोपामाइन की मात्रा बढ़ाने का काम इंजेक्शन करता है । महत्वपूर्ण बात यह है कि इस इंजेक्शन के लिए मधपान छोड़ने जैसी शर्त नहीं है। इसका दुष्परिणाम भी कम है। खास बात यह है कि इस इंजेक्शन को रोज लेने की जरुरत नहीं है. उत्पादकों ने कहा है कि इसका परिणाम बहुत जल्द दिखने लगता है । अमेरिका के करीब 6 से 10% महिलाओं ने HSDD की समस्या दिखाई है।
क्या कहा एफडीएन ने ?
एफ़डीएन के अनुसार महिलाओं में सेक्स करने इच्छा कम होने की वजह अब तक पता नहीं चल पाई है। लेकिन ऐसी समस्याओ सामना कर कर रही महिलाओं के लिए यह दवा सुरक्षित और प्रभावी इलाज है`। सेक्स की कम इच्छा से जूझ रही महिलाओं के के लिए यह दवा की मंजूरी मिलने से उनके इलाज का रास्ता खुल गया है ।