अब परमवीर सिंह पर लगा बड़ा आरोप, नौकरी वापस लेने के लिए 2 करोड़ और कार्रवाई न करने के लिए 50 लाख रुपए की मांग  

मुंबई : ऑनलाइन टीम – मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह के लेटर बम ने खलबली मचा दी है। जिसके बाद अब परमवीर सिंह पर भी बड़ा आरोप लगा है। दरअसल गावदेवी पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक अनूप डांगे के एक पत्र ने अतिरिक्त गृह सचिव को शिकायत करते हुए आरोप लगाया है कि रविवार को पब में हुई कार्रवाई को लेकर परमबीर ने गुस्से में उन्हें निलंबित कर दिया था। उन्होंने यह भी गंभीर आरोप लगाया है कि निलंबन के दौरान कोई कार्रवाई न करने के लिए 50 लाख रुपये और फिर से नौकरी में वापस लेने के लिए 2 करोड़ रुपये की मांग परमवीर के नाम पर की गयी थी।

डांगे ने अतिरिक्त मुख्य गृह सचिव के साथ दो फरवरी को एक लिखित शिकायत दर्ज कराई है। आरोप के मुताबिक, 22 नवंबर से 23 नवंबर, 2019 के दौरान गावदेवी इलाके में देर रात तक चलने वाले डर्टी बन्स सोबो पब के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। इस कारवाई के दौरान पब मालिक जीतू नावलानी ने रिश्वत निवारण विभाग से कहा था कि उनका परमबीर के साथ घर के रिलेशन है। आगे उनके दो दोस्तों ने पुलिस के साथ बतमीजी की। मारपीट भी की। इस मामले में गावदेवी पुलिस थाने में अपराध दर्ज किया गया। तीनों आरोपियों को पुलिस थाने लेकर आई। जिसके बाद तीनो ने पुलिस के ऊपर दवाब बनाने की  कोशिश की। शिकायत वापस लेने के लिए वरिष्ठ अधिकारियो पर दवाब बनाया। हालांकि ये सब पुलिस स्टेशन में लगे सीसीटीवी में कैद हो गयी है।

इस घटना के बाद 25 नवंबर को एसीबी कार्यालय से परमबीर सिंह के साथ बैठक के लिए एक कॉल आया। हालांकि, इस बारे में वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करने के बाद तत्कालीन पुलिस आयुक्त संजय बर्वे ने मीटिंग के लिए जाने से इनकार कर दिया। मामले की सूचना संबंधित एसीबी कार्यालय को दी गई। फिर, जैसे ही परमबीर सिंह ने कमिश्नर का पद संभाला मेडांगे के खिलाफ विभागीय जाँच शुरू कर दी गई। बाद में 4 जुलाई, 2020 को उन्हें दक्षिण नियंत्रण कक्ष में स्थानांतरित कर दिया गया। इसके बाद, 18 जुलाई को डांगे को निलंबित कर दिया गया।

इस बीच परमबीर का चचेरा भाई सांगून शार्दुल ने डांगे से ट्रांसफर रोकने के लिए 50 लाख रुपये और काम वापस लेने के लिए परमबीर के नाम पर 2 करोड़ रुपये की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि उनके अंडरवर्ल्ड के साथ सीधे संबंध थे और उन्होंने  जितेंद्र नवलानी, भरत शाह, राजीव भरत शाह और अन्य द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग की गहन जांच की मांग की। उन्होंने परमबीर के कनेक्शन के साथ-साथ उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच की मांग की है।