पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – कचरा संकलन के नियोजन की धज्जियां उड़ने के बाद पिंपरी चिंचवड़ मनपा द्वारा उसी तर्ज पर अब ड्रेनेज चेंबर्स की मशीनीकरण से सफाई कराने का फैसला किया है। मनपा के छह में से तीन क्षेत्रीय कार्यालय के परिक्षेत्रों में मशीनों से ड्रेनेज चेम्बर्स की सफाई के लिए तीन करोड़ 87 लाख रुपए का ठेका दिया जा रहा है। प्रति दिन 43 हजार रुपए के हिसाब से सात सालों के लिए यह ठेका एक ही कंपनी को देने का प्रस्ताव शुक्रवार को स्थायी समिति की सभा में पारित किया गया।
शहर में घर-घर का कचरा संकलन कर कचरा डिपो तक पहुंचाने की नई व्यवस्था इस माह की पहली तारीख से शुरू की गई है। शहर को दो हिस्सों में बांटकर दो कंपनियों को सात साल का ठेका दिया गया है। पहले दिन से कचरा संकलन के नियोजन की धज्जियां उड़ा रही है। आज 12वें दिन तक हालातों में कोई बदलाव नहीं आ सका है। शहर में जगह- जगह कचरा कुंडियां ‘ओवरफ्लो’ होकर बह रहीं हैं, चारों तरफ गंदगी और बदबू का साम्राज्य बना हुआ है। लोगों में इसको लेकर काफी आक्रोश फैला हुआ है। आये दिन नगरसेवकों द्वारा कभी मनपा मुख्यालय के बाहर तो कभी मुख्यालय के भीतर कचरा फेंको आंदोलन किया जा रहा है।
सात सालों के लिए कचरा संकलन का ठेका देने के बाद अब शहर में ड्रेनेज चेम्बर्स की सफाई का ठेका भी इसी तरह से दिया जा रहा है। इसके तहत मनपा के अ, ब और क क्षेत्रीय कार्यालय परिक्षेत्रों में ड्रेनेज चेम्बर्स की सफाई आधुनिक मशीनों से किया जाएगा। इसके लिए आर्यन पंप्स एंड इनवायरो सॉल्यूशन्स प्रा ली कंपनी को प्रति दिन 43 हजार रुपए हिसाब से प्रति क्षेत्रीय कार्यालय के लिए एक करोड़ 29 लाख रुपए का खर्च दिया जाएगा। आज स्थायी समिति सभापति विलास मडिगेरी की अध्यक्षता में हुई सभा में इसका प्रस्ताव पारित किया गया। इस पर राष्ट्रवादी कांग्रेस के मयूर कलाटे, पंकज भालेकर और प्रज्ञा खानोलकर इन सदस्यों ने पुरजोर विरोध किया मगर सत्तादल भाजपा ने बहुमत के जोर पर इन प्रस्तावों को मंजूरी दे दी।