अब एक बोतल से 11 लोगों को दिए जायेंगे कोरोना प्रतिबंध टीके

संवाददाता, पिंपरी। कोरोना प्रतिबंध टीकों की किल्लत से पिंपरी चिंचवड़ में टीकाकरण मुहिम ठंडी पड़ गई है। हालांकि टीकाकरण केंद्र के चिकित्सा कर्मचारियों को नए से ट्रेनिंग देकर टीके जाया जाने से बचाने में सफलता मिल रही है। पहले कोरोना प्रतिबंध टीके की एक बोतल में से 10 लोगों को टीका लगाया जा रहा था, अब 11 लोगों को टीका लगाया जा रहा है। इससे टीके व्यर्थ जाने का प्रमाण घटने के दावा किया जा रहा है। पिंपरी चिंचवड़ शहर में अब तक 4 लाख 63 हजार 494 लोगों को टीके लगाए गए हैं।
पिंपरी चिंचवड़ समेत चहुंओर कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप बढ़ा है। मरीजों की संख्या के साथ ही मृत्यु का दर भी बढ़ गया है। इसके चलते टीका लगवाने वालों की संख्या दिन ब दिन बढ़ रही है। हालांकि उसकी तुलना में टीके अपर्याप्त साबित हो रहे है। इसके चलते पहला डोज लेने के छह से आठ सप्ताह बाद दूसरा डोज देने की नीति अपनाई गई। हालांकि अब केंद्र सरकार ने 84 दिन में दूसरा डोज देने की नीति को अपनाया है। टीकों की किल्लत के चलते 18 से 44 आयु समूह के लोगों का टीकाकरण रोक दिया गया है।
टीकों की किल्लत के मद्देनजर टीके जाया जाने का प्रमाण रोकने के लिए टीकाकरण केंद्र के कर्मचारियों को नए से ट्रेनिंग दी गई। पहले एक बोतल में से आठ से दस लोगों को टीके दिए जाते थे। ट्रेनिंग में विशेषज्ञों द्वारा किये गए मार्गदर्शन से एक बोतल में से 11 लोगों को टीके देने की नीति अपनाई गई है। बहरहाल पिंपरी चिंचवड़ में अब तक 88 हजार 310 हेल्थ केयर वर्कर्स को टीके के पहले डोज दिए गए हैं। 88 हजार 310 फ्रंटलाइन वर्कर्स और 45 से ज्यादा आयु के तीन लाख 62 हजार 62 लोगों को टीके दिए गए हैं। 18 से 44 आयु के 13 हजार 122 लोगों को टीका लगाया गया है।