महाराष्ट्र में भी इस बार दिवाली पर आतिशबाजी नहीं,  एसओपी जारी

मुंबई. ऑनलाइन टीम : कोरोना महामारी और बढ़ते प्रदूषण के कारण इस बार देश में दिवाली की रौनक कम ही रहेगी। कई राज्यों ने पटाखों के इस्तेमाल पर पूरा तरह रोक लगा दी है, तो कई राज्यों ने आयातित पटाखों के उपयोग पर रोक लगाया है। शुक्रवार को महाराष्ट्र सरकार ने भी दिवाली समारोह के दौरान  एसओपी जारी कर नागरिकों से आग्रह किया है कि वे ध्वनि और वायु प्रदूषण को रोकने के लिए पटाखे फोड़ने से परहेज करें।

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने  कहा कि ” हम लोगों से अपील करते हैं कि वे पटाखा रहित दिवाली मनाएं और हमें पूरा विश्वास है कि लोग लोगों के स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए सहयोग करेंगे। पटाखों के कारण होने वाले धुएं से लोगों को असुविधा होती है। राज्य में कोरोनावायरस के प्रकोप दो देखते हुए पटाखा रहित दिवाली मनानी चाहिए।

बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को 30 नवंबर तक सभी पटाखों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पटाखों की बिक्री और फोड़ने पर प्रतिबंध लगाते हुए आदेश का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति पर 2,000 रुपये का जुर्माना लगाने की भी घोषणा की है। राजस्थान के ओडिशा सरकार ने भी, 10-30 नवंबर से पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। उधर, कोलकात्ता उच्च न्यायालय ने राज्य में कोविड-19 के प्रसार की जांच करने के लिए काली पूजा, दिवाली और छठ पूजा पर पटाखों के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है।