मावल में संसदरत्न श्रीरंग बारणे को सम्मान, पार्थ पवार की बड़ी हार 

पुणे, 23 मई : राष्ट्रवादी कांग्रेस के सुप्रीमो शरद पवार के पोते और पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के पुत्र पार्थ पवार की उम्मीदवारी काफी हाई वोल्टेज रही थी। लेकिन चुनाव मैदान में हुए मुकाबले में लोगों ने शिवसेना उम्मीदवार श्रीरंग बारणे पर अपना विश्वास जताया और एक बार फिर से संसद रत्न को लोकसभा भेज दिया है। बारणे ने पार्थ पवार को करीब 2 लाख 14 हजार 321 वोटों के बड़े अंतर से पराजित कर दिया है। कभी एनसीपी का गढ़ माने जाने वाले मावल में पहली बार पवार परिवार के किसी मेंबर को हार का मुंह देखना पड़ा है। इस जीत के बाद श्रीरंग बारणे के मंत्रिमंडल में जगह मिलने की उम्मीद बन गई है।

मावल लोकसभा सीट से पवार परिवार के पार्थ पवार को उम्मीदवारी मिलने के बाद यहां का मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया था। चुनाव के करीब आने तक परिवार के अंदर से पार्थ पवार की उम्मीदवारी को लेकर हा-ना का दौर जारी था। लेकिन आखिरकार एकमत होकर पार्थ पवार को उम्मीदवारी दी गई और इसके बाद अजीत पवार मावल निर्वाचन क्षेत्र में पार्थ पवार की जीत को सुनिश्चित करने के लिए काफी पसीना बहाते नजर आए।

राष्ट्रवादी कांग्रेस ने पुराने नेताओं को पार्टी से वापस जोड़कर श्रीरंग बारणे के लिए चुनौती पेश कर दी थी। पिछले दो चुनाव में मावल में भगवा फहराने वाली शिवसेना  ने भी इस सीट को अपनी प्रतिष्ठा का विषय बना लिया था। स्थानीय राजनीति से दूर गए स्थानीय नेताओं की मान-मनौव्वल कर भाजपा पदाधिकारियों ने उन्हें वापस पार्टी से जोड़ा। भाजपा में सीनियर लेवल पर स्थानीय नेताओं को जोड़े जाने से श्रीरंग बारणे को बड़ी राहत मिली। ऐसे में एक तरफ पांच वर्ष तक सांसद रहते हुए संसद रत्न पाना और मितभाषी श्रीरंग बारणे का राजनीति में बिल्कूल नये और परिवार से आए पार्थ पवार से सामना हुआ।
पार्थ पवार ने अपनी जीत के लिए हर ताकत झोंक दी। इसके बाद मावल में किसकी जीत होगी? इसे लेकर लोगों में उत्सुकता बढ़ गई। गुरुवार की सुबह म्हालुंग- बालेवाड़ी स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में काउंटिंग शुरू हुई। पहले राउंड में पार्थ पवार ने श्रीरंग बारणे पर बढ़त बनाई। इसके बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस के खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई। लेकिन दूसरे ही राउंड में श्रीरंग बारणे पार्थ पवार से एक लाख से अधिक वोटों से आगे हो गए। यह अंतर अगले 7 राउंड तक बना रहा।