पिंपरी चिंचवड़ में प्रचार की तोपें हुई ठंडी; अब गुप्त प्रचार रहेगी नजर

पुणे : समाचार ऑनलाइन –  गत 12 दिनों से जारी विधानसभा चुनाव की घमासान खत्म हो गई। शनिवार को चुनाव प्रचार की तोपें ठंडी पड़ गई और अब गुप्त प्रचार की शुरुआत होगी। हालांकि गुप्त प्रचार पर निर्वाचन आयोग और पुलिस की पैनी नजरें बनी हुई है। आज प्रचार के समापन के उत्साह पर बारिश ने पानी फेर दिया। पिंपरी चिंचवड़ में कुछ प्रत्याशियों ने सुबह ही रैली आदि के जरिए आखिरी दिन पर जोरदार शक्ति प्रदर्शन किया जबकि कुछ की तैयारियों पर पानी फिर गया।

सोमवार 21 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने जा रहे हैं, 24 अक्टूबर को नतीजों की घोषणा होगी। पिंपरी चिंचवड़ शहर में विधानसभा चुनाव के आखाड़े में कुल 41 पहलवान जोर आजमा रहे हैं। इसमें सर्वाधिक 18 प्रत्याशी पिंपरी विधानसभा चुनाव क्षेत्र में हैं, जोकि पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षित है। सबसे कम प्रत्याशी 11 चिंचवड़ विधानसभा चुनाव क्षेत्र में हैं और भोसरी विधानसभा चुनाव क्षेत्र में 12 प्रत्याशी अपना नसीब आजमा रहे हैं।

मतदान के 48 घन्टे पहले प्रचार रोक देना पड़ता है। इसके अनुसार आज पिंपरी चिंचवड़ में भी चुनाव प्रचार का समापन हुआ। आज दिनभर बड़ी- बड़ी रैलियों के जरिए प्रत्याशियों ने आखिरी बार शक्ति प्रदर्शन किया। इस बार प्रचार के लिए मात्र 12 दिनों का समय मिला है। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा मतदाताओं तक पहुंचने के लिए प्रत्याशियों को काफी कसरत करनी पड़ी है। प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के अपवाद छोड़े जाय अन्य प्रत्याशी पूरा निर्वाचन क्षेत्र भी घूम नहीं सके हैं। बहरहाल प्रचार भले ही थम गया हो मगर अब गुप्त तरिके से प्रचार यानी मतदाताओं को नकदी, उपहार आदि देकर वोट बंटोरने की कोशिश शुरू हो जाएगी।

हालांकि इन अनुचित प्रकारों को रोकने के लिए निर्वाचन आयोग औऱ पुलिस बल चौंकन्ने हैं। गौरतलब हो कि, पिंपरी चिंचवड़ शहर के तीन विधानसभा क्षेत्रों में कुल 41 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। पिंपरी विधानसभा में शिवसेना के मौजूदा विधायक एड गौतम चाबुकस्वार और राष्ट्रवादी कांग्रेस के भूतपूर्व विधायक अण्णा बनसोडे की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। चिंचवड़ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के मौजूदा विधायक लक्ष्मण जगताप को शिवसेना के बागी और राष्ट्रवादी कांग्रेस, कांग्रेस, मनसे, वंचित बहुजन आघाडी द्वारा समर्थित राहुल कलाटे एवं भोसरी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के मौजूदा विधायक महेश लांडगे को भूतपूर्व विधायक व राष्ट्रवादी कांग्रेस, कांग्रेस, मनसे द्वारा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी विलास लांडे ने कड़ी चुनौती दी है।