मुंबई की ‘लाइफलाइन’ बनीं मौत की हमसफर

मुंबई : समाचार ऑनलाइन – मुंबई की लोकल ट्रेनें एक दिन बंद पड़ जाए तो मुंबई केवल थमेगी नहीं बल्कि पूरा शहर भारी मुसीबत में घिर जाएगा, लेकिन यह लाइफलाइन अब इस कदर डराबनी हो चली है कि इसका सफर मौत का सफर बनता जा रहा है। लगातार लोकल ट्रेन से लोग हादसों का शिकार होकर अपनी जान गवां रहे हैं। 18 जुलाई को एक ही दिन अलग-अलग घटनाओं में 16 लोगों की जान चली गई। यह आंकड़ा बताता है कि किस तरह से लोकल ट्रेनें जानलेवा बन गई है। मौत की इस संख्या ने तेजी से भागती इन लोकल खासकर रेलवे की पोल खोलकर रख दी है।

लाइफलाइन में सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं
एक ही दिन में घटी इन घटनाओं और इनमें मरने वालों की संख्या ने साफ कर दिया है कि महानगर की इस लाइफलाइन में सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है। घर से निकला व्यक्ति शाम या रात में घर वापस आ जाए तो गनीमत है और घर के लोग भी तभी राहत की सांस लेते हैं।

मुंबई की लोकल में चलने वाली करोड़ों लोगों की भारी भीड़ को रोजाना अपनी जान हथेली पर लेकर आना-जाना पड़ता है। लोकल ट्रेन में सफर खासकर रात का सफर और वह भी महिलाओं के लिए काफी असुरक्षित हो गया है। घर निकली महिला सुरक्षित घर आ जाएं तो लगता है आज का दिन सब कुछ ठीक रहा।

जान की कीमत पर सफर
मुंबई की लोकल से रोज लोग हादसों का शिकार होकर जान गवां रहे हैं लेकिन इस दिशा में न तो रेलवे की तरफ से कोई पहल हो रही है और न ही इसे लेकर कोई जनांदोलन खड़ा होता नजर आ रहा है। एक दिन में 16 लोगों की अलग-अलग रेलवे स्टेशन के पास हुई मौत से यह तो साफ हो चला है कि मुंबई में लोकल का सफर आपको अपनी जान की कीमत पर ही करनी होगी। आपके सुरक्षित वापस लौटने की कोई गारंटी नहीं है।