महिला के कब्जे में रहेगी पिंपरी चिंचवड़ महापौर की कुर्सी

पुणे : समाचार ऑनलाइन – बहुप्रतीक्षित महापौर पद के आरक्षण का ड्रा बुधवार को निकाला गया, जिसके अनुसार पिंपरी चिंचवड़ मनपा में महापौर की कुर्सी खुले प्रवर्ग (ओपन कैटेगरी) की महिला नगरसेविकाओं के लिए आरक्षित हुआ है। मनपा के सत्तादल भाजपा की ओर से खुले प्रवर्ग में 21 नगरसेविकाएँ चुनकर आयी हैं। अब उनमें से किसके गले मे महापौर पद की माला पड़ेगी? यह देखना दिलचस्प होगा।

बहरहाल 2001 से महापौर पद के लिए आरक्षण लागू होने के बाद से लेकर अब तक एससी यानी अनुसूचित जाति प्रवर्ग के लिए आरक्षण नहीं निकला है। इस बार के ड्रा में इस प्रवर्ग के आरक्षण के निकलने की उम्मीद थी। मगर खुले प्रवर्ग की महिलाओं के लिए आरक्षण घोषित होने से अनुसूचित जाति प्रवर्ग के नगरसेवकों में निराशा का माहौल है। हालांकि खुले प्रवर्ग में भी पिछड़े वर्ग की नगरसेविकाओं को भी मौका मिल सकता है।

विधानसभा चुनाव के चलते महापौर पद के आरक्षण का ड्रा टल गया था जिसके चलते मौजूदा महापौर राहुल जाधव को अतिरिक्त कार्यकाल मिल सका। यह कार्यकाल 21 नवंबर को समाप्त होने जा रहा है। अब जबकि ड्रा निकल चुका है और खुले प्रवर्ग की महिलाओं के लिए आरक्षण घोषित हुआ है। ऐसे में 21 नवंबर को विशेष सभा बुलाई जाएगी, जिसमें नए महापौर व उपमहापौर का चयन किया जाएगा। मनपा के नगरसचिव उल्हास जगताप के अनुसार, इस चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी नियुक्ति को लेकर कल (गुरुवार) पुणे के संभागीय आयुक्त को पत्र भेजा जाएगा। मनपा में भाजपा के पास बहुमत रहने से उसका ही महापौर चुना जाना तय माना जा रहा है। सभागृह में भाजपा के 77, राष्ट्रवादी कांग्रेस के 36, शिवसेना के 9, मनसे के 1 और निर्दलीय 5 कुल 128 नगरसेवक हैं।

पिंपरी चिंचवड़ में अब तक छह महिला नगरसेविकाओं को महापौर पद पर मौका मिला है। पहली महिला महापौर चुने जाने का मौका अनिता फरांदे को मिला है। उनके बाद खुले प्रवर्ग से मंगला कदम और मोहिनी लांडे को ढाई साल तक इस पद पर काम करने का अवसर मिला था। सत्तादल भाजपा को ओर से कुल 39 महिला नगरसेविकाएँ चुनकर आयी हैं। उसमें खुले प्रवर्ग से सारीका सस्ते, निर्मला गायकवाड, प्रियांका बारसे, सोनाली गव्हाणे, भिमाबाई फुगे, शैलजा मोरे, शर्मिला बाबर, संगीता भोंडवे, माधुरी कुलकर्णी, करुणा चिंचवडे, कोमल मेवानी, सुजाता पालांडे, माया बारणे, आरती चोंधे, सुनीता तापकीर, निर्मला कुटे, चंदा लोखंडे, सीमा चौघुले, माई ढोरे और भाजपा से संलग्न साधना मलेकर और निता पाडाले कुल 21 नगरसेविका शामिल हैं। अब इनमें से किसी एक के गले में या फिर दूसरे प्रवर्ग से चुनी गईं दूसरी नगरसेविकाओं के गले में महापौर पद की माला पड़ेगी? यह देखना दिलचस्प होगा।