महाशिवआघाडी की सत्ता आने के बाद भाजपा के 50 नगरसेवकों की होगी ‘घरवापसी’

पुणे : समाचार ऑनलाइन – विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद से पिंपरी चिंचवड़ समेत पूरे राज्य में राष्ट्रवादी कांग्रेस के हौसले बुलंद हैं। गुरुवार को भाजपा नगरसेवकों की बैठक में आठ घरभेदी नगरसेवकों ने पार्टी विरोधी भूमिका अपनाए जाने की जानकारी सामने आई है। इस पृष्ठभूमि पर राष्ट्रवादी कांग्रेस की पिंपरी चिंचवड़ शहर इकाई के कार्याध्यक्ष व स्थायी समिति के भूतपूर्व सभापति प्रशांत शितोले ने संवाददाताओं के साथ की गई बातचीत में एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने दावा किया कि, आठ नहीं बल्कि 45 से 50 नगरसेवक ऐसे हैं जो केवल शरीर से भाजपा में हैं मगर उनके मन अभी भी राष्ट्रवादी कांग्रेस में ही है।

उन्होंने यह भी कहा कि, राज्य में महाशिवआघाडी (शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस, कांग्रेस) की सरकार के सत्ता में आने के बाद मनपा चुनाव तक या अगर उनके खिलाफ कोई कार्रवाई जैसी नौबत आने पर उससे पहले भी भाजपा के 45 से 50 नगरसेवकों की राष्ट्रवादी में घरवापसी होनी शुरू हो जाएगी। गौरतलब हो कि मनपा की सत्तादल भाजपा के सर्वेसर्वा रहे विधायक लक्ष्मण जगताप और महेश लांडगे ने आज नगरसेवकों के साथ एक बैठक की। हालिया हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा के आठ नगरसेवकों ने पार्टी विरोधी भूमिका अपनाई थी, यह बताकर उन्होंने नगरसेवकों को कड़े शब्दों में चेताया कि ऐसे नगरसेवकों को इसके आगे से बिल्कुल बख्शा नहीं जाएगा जो पार्टी विरोधी भूमिका अपनाएंगे। उन्हें न तो मनपा में पद मिलेंगे उल्टे निलंबन कार्रवाई का सामना करना पड़ सकेगा।

इस पृष्ठभूमि पर राष्ट्रवादी कांग्रेस के कार्याध्यक्ष प्रशांत शितोले ने संवाददाताओं के साथ की गई बातचीत में यह खुलासा कर सियासी गलियारों में खलबली मचा दी कि, महाशिवआघाडी की सरकार आने के बाद भाजपा के 45 से 50 नगरसेवकों की राष्ट्रवादी कांग्रेस में घरवापसी होनी शुरू हो जाएगी। उन्होंने अपनी बात पर जोर देते हुए कहा कि भाजपा के 77 में से 50 नगरसेवकों ने विधानसभा चुनाव में अपने पार्टी के प्रत्याशियों पर नाराजगी जताई है। उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस और राष्ट्रवादी व अन्य दलों द्वारा पुरस्कृत प्रत्याशियों की मदद की। भोसरी विधानसभा छोड़ अन्य दोनों विधानसभा क्षेत्रों में महायुति के प्रत्याशियों को मुंह की खानी पड़ी है। लीड घटने से आहत भाजपा शहराध्यक्ष विधायक लक्ष्मण जगताप ने अपने नगरसेवकों की बैठक बुलाकर उन्हें समझाने और समझाइश देने की शुरुआत कर दी है। यह टिप्पणी करते हुए शितोले ने भाजपा में बगावत को बढ़ावा देने के लिहाज से महापौर चुनाव में यदि सत्तादल का कोई नगरसेवक बगावत करता है तो राष्ट्रवादी कांग्रेस और शिवसेना समेत दूसरे दल उसका खुलकर साथ देंगे।