चंद्रकांत पाटिल को चिंचवड़ से विधानसभा चुनाव लड़ने का न्यौता

पिंपरी। समाचार ऑनलाईन – सत्तादल भाजपा के आला नेता भले ही दावा करते आए हों कि पार्टी की पिंपरी चिंचवड़ शहर इकाई में कोई मनमुटाव नहीं है, सबकुछ ठीकठाक है। मगर वास्तव कुछ और ही है। भाजपा में पार्टी के शहराध्यक्ष व विधायक लक्ष्मण जगताप के खिलाफ़ी हवा तेज हो चली है। उन्हें उनके चिंचवड़ विधानसभा क्षेत्र में उन्हीं की पार्टी के नगरसेवकों और नेताओं से चुनौती मिल रही है।

हालिया साक्षात्कार की प्रक्रिया में हिस्सा लेने के बाद भाजपा नगरसेवक सन्दीप वाघेरे ने चिंचवड़ विधानसभा क्षेत्र में दावेदारी ठोंकने के बाद अपने जन्मदिन पर होर्डिंग व विज्ञापन बाजी कर सियासी गलियारों में खलबली मचा दी। इसके बाद शुक्रवार को जब जिले के पालकमंत्री चंद्रकांत पाटिल पिंपरी चिंचवड़ मनपा मुख्यालय में पधारे, तब भाजपा के नगरसेवक तुषार कामठे ने सीधे सीधे उन्हें ही चिंचवड़ विधानसभा चुनाव क्षेत्र से चुनाव लड़ने का न्यौता दे दिया। पार्टी के असंतुष्ट नगरसेवकों व नेताओं की बढ़ती कारगुजारियों से साफ होता है कि विधायक जगताप की राह आसान नहीं है।

पिंपरी चिंचवड़ मनपा में सत्ता परिवर्तन के सालभर बाद ही सत्तादल भाजपा में आपसी मनमुटाव व नाराजगी का माहौल गरमाने लगा है। इसकी वजह मनपा के नए ‘कारभारी’ विधायक लक्ष्मण जगताप और विधायक महेश लांडगे की मनमानी और एकाधिकारशाही बताई जा रही है। इससे त्रस्त सत्तादल के नगरसेवकों का एक गुट कार्यरत हो गया है। पहले दबी आवाज में नाराजगी जताने वाले अब खुलकर न केवल अपनी बात रख रहे और नाराजगी जता रहे हैं, बल्कि नेताओं की खिलाफ़त करने स नहीं चूक रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से मनपा गलियारों में खासकर भाजपा के खेमे में जारी सियासी गतिविधियां यही संकेत दे रही हैं कि पार्टी में नेताओं द्वारा जैसा दावा किया जा रहा है, वैसा सबकुछ ठीकठाक नहीं है। क्योंकि विधायक लक्ष्मण जगताप को उनके अपने गढ़ चिंचवड़ और विधायक महेश लांडगे को उनके अपने गढ़ भोसरी में खुद भाजपा से ही चुनौती मिल रही है।

चिंचवड़ से राज्य लोकलेखा समिति के अध्यक्ष एड सचिन पटवर्धन और नगरसेवक संदीप वाघेरे ने एवं भोसरी से युवा मोर्चा के शहराध्यक्ष रवि लांडगे, पार्टी के महासचिव प्रमोद निसल व सभागृह नेता एकनाथ पवार ने दावेदारी पेश की है। आज तो असंतुष्ट गुट के नगरसेवक तुषार कामठे ने सीधे सीधे पालकमंत्री चंद्रकांत पाटिल को ही चिंचवड़ निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ने का न्यौता दे दिया। उनका मानना है कि अगर पाटिल खुद यहां से चुनाव लड़ेगें तो भाजपा में इन दिनों जारी मनमुटाव पूरी तरह से दूर हो जाएंगे और पूरे पिंपरी चिंचवड़ शहर में पार्टी संगठन मजबूत बनेगा।