कोरोना के नए वैरिएंट और भी खतरनाक, RT-PCR टेस्ट हर 5 में से 1 रिपोर्ट गलत

नई दिल्ली : ऑनलाइन टीम – भारत में कोरोना पूरी तरह बेकाबू हो गया है। यहां हर दिन मामले बढ़ते ही जा रहे है। पिछले 24 घंटे में 2,00,739 नए मामले सामने आये है। देश में पहली बार एक दिन में 2 लाख से ज्यादा नए मामले सामने आये है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 1038 लोगों की मौत हो गयी। हालांकि 93,528 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं।

डरावनी बात यह है कि देश में वायरस के जो नए वैरिएंट मिले हैं वो ज़्यादा संक्रामक हैं और टेस्ट की पकड़ में भी नहीं आ रहे। खासतौर पर वो डबल म्यूटेंट वेरियंट, जो भारत में ही दो अलग-अलग कोरोना वायरस वेरियंट से मिलकर बना है। महाराष्ट्र में 15 से 20 फीसदी सैंपल की टेस्टिंग में वायरस का डबल म्यूटेंट वेरियंट मिल रहा है। दरअसल कोरोना के नए वायरस को पकड़ पाने में RT-PCR टेस्ट लगातार फेल हो रहा है।

वायरस शरीर में है, लेकिन टेस्ट निगेटिव आ रहा है।  RT-PCR टेस्ट भी अब सौ फीसदी भरोसेमंद नहीं रहा। एक रिपोर्ट के मुताबिक, RT-PCR टेस्ट के नतीजे 20 फीसदी तक गलत साबित हो रहे हैं। यानी हर 5 में से एक व्यक्ति का टेस्ट रिज़ल्ट सही नहीं है। कई राज्यो में ऐसे मरीज मिल रहे हैं जिनमें कोरोना के लक्षण हैं लेकिन टेस्ट बार-बार निगेटिव आ रहा है।

इसकी वजह –

– वायरस नाक या गले में मौजूद न हो.. तो नतीजा सही नहीं आएगा।
– अगर वायरल लोड यानी वायरस की संख्या ज्यादा नहीं थी.. तो भी नतीजा सही नहीं आएगा।
– गले या नाक की जगह वायरस का इनफेक्शन सीधे फेफड़े में हो.. तो भी सही नतीजा मिलना मुश्किल है।