महिला टेनिस में नया धमाल…भारत की अंकिता रैना ने अपना पहला WTA खिताब जीता 

मेलबर्न. ऑनलाइन टीम : भारत की अंकिता रैना और उनकी रूसी साथी कामिला राखीमोवा ने शुक्रवार को मेलबर्न में फिलिप आइलैंड ट्रॉफी डब्ल्यूटीए 250 टेनिस टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम किया। यह डब्ल्यूटीए टूर में अंकिता का पहला खिताब है। इस जोड़ी ने खिताबी मुकाबले में रूस की अन्ना ब्लिन्कोवा और अनास्तासिया पोटापोवा को 2-6, 6-4, 10-7 से हराया।

यह जीत 28 साल की अंकिता को डब्ल्यूटीए रैंकिंग में शीर्ष-100 में प्रवेश करने में मदद करेगी। लाइव रैंकिंग के साथ वर्तमान में वह 94वें स्थान पर हैं। इससे पहले, अंकिता एक ग्रैंड स्लैम के मुख्य ड्रॉ में खेलने वाली पांचवीं भारतीय महिला बनीं। उन्होंने रोमानिया की मिहेला बुजरेन्स्कु के साथ ऑस्ट्रेलियन ओपन में महिला युगल के लिए कट बनाया था। यह जोड़ी हालांकि ऑस्ट्रेलिया की बेलिंडा वूलकॉक और ओलिविया गेडेकी के हाथों अपना पहला राउंड मैच 3-6, 0-6 से से हार गई।

बता दें कि अंकिता रैना  भारतीय टेनिस खिलाड़ी और महिला एकल में वर्तमान भारतीय नंबर 1 हैं। अंकिता ने आईटीएफ महिला सर्किट में 8 एकल और 14 युगल खिताब जीते हैं। रैना का जन्म गुजरात के अहमदाबाद में 11 जनवरी 1993 को हुआ था। उनके पिता रविंद्रकृष्णन कश्मीरी मूल के हैं। उन्होंने चार साल की उम्र में अपने घर के क़रीब एक अकादमी में खेलना शुरू कर दिया था।

उनके बड़े भाई अंकुर रैना पहले से टेनिस खेलते थे और उनकी मां टेबल टेनिस खेला करती थीं। राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं को जीतने के बाद, रैना ने 8 वर्ष की उम्र में ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन की तरफ से आयोजित एक टैलेंट हंट टूर्नामेंट में महाराष्ट्र की शीर्ष वरीयता प्राप्त एक 14 वर्षीय खिलाड़ी को हराया। बेहतर प्रशिक्षण के लिए साल 2007 में, रैना के मां-बाप उन्हें पुणे ले गए जहां उन्होंने कोच हेमंत बेंद्रे से ट्रेनिंग लेनी शुरू की।  अंकिता ने 2009 में मुम्बई के एक छोटे से आईटीएफ टूर्नामेंट में अपना पहला पेशेवर खेल खेला। 2010 में, उन्होंने सीमित सफलता के साथ स्थानीय आईटीएफ प्रतियोगिताओं में भाग लेना जारी रखा।