नहीं चढ़े कभी ट्रेन में, ऐसे बच्चों के लिए स्कूल में ही बना दी रेलगाड़ी

पुडुकोट्टई. ऑनलाइन टीम : देश के लिए बड़ी विडंबना है। एक तरफ मंगलयान की बात होती है, तो दूसरी तरफ कुछ ऐसी आबादी है, जो रेलगाड़ी तक नहीं पहुंची। सुनकर अजीब लग सकता है, लेकिन यह सच है। हम बात कर रहे हैं तमिलनाडु के पुडुकोट्टई जिले की।पुडुकोट्टई वल्लारू नदी के तट पर स्थित एक बड़ा शहर है, इस पर चोल, मुथारियार, अर्ली पांड्य, थोंडिमन और अंग्रेजों ने अलग-अलग समय पर शासन किया है।

यह राज्य की राजधानी चेन्नई के दक्षिण-पश्चिम में 395 किलोमीटर (245 मील) और तिरुचिरापल्ली से लगभग 55 किलोमीटर (34 मील) दक्षिण-पूर्व में स्थित है। रोडवेज शहर के लिए परिवहन का प्रमुख साधन है, जबकि इसे रेल कनेक्टिविटी भी मिली है। बावजूद इसके कई गरीब घर के बच्चे आज तक रेलगाड़ी पर नहीं सफर कर सके हैं।

यहां एक सरकारी स्कूल में अभिनव प्रयास किया गया है। यहां सरकारी स्कूल में ट्रेन के डिब्बों के रूप में स्कूल के बरामदे को बनाया गया है। स्कूल में एक शिक्षक का कहना है, ‘यहां छात्र पिछड़े परिवारों से आते हैं और ट्रेनों में यात्रा नहीं पाते हैं। हमने उन्हें आकर्षित करने के लिए यह प्रयास किए।’ उन्होंने कहा कि छात्र जब दोबारा स्कूल आएंगे तो उन्हें ट्रेन का अच्छा अनुभव हम करा सकेंगे और वे इससे जुड़ी जानकारी हासिल करने में भी कामयाब होंगे।