शपथग्रहण के पहले ही नीतीश को चुनौती, गया में नक्सलियों ने सामुदायिक भवन उड़ाया

पटना. ऑनलाइन टीम : बिहार की नई सरकार के आने के पहले नक्सलियों ने अपनी धमक जतला दी है। गया में नक्सलियों ने   सामुदायिक भवन को डायनामाइट लगाकर उड़ा दिया है। कहा जा रहा है कि अपनी मजबूत स्थिति दर्ज करने के लिए  नक्सलियों ने यह कदम उठाया है। वामपंथी नेता खुल कर कहते हैं कि जहां कहीं एनडीए की सत्ता है, वहां साम्प्रदायिक ताक़तें संवैधानिक और लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए ख़तरा बन चुकी हैं। वैसे तो यह चुनाव वामपंथियों के लिए बिहार में संजीवनी साबित हुई है, लेकिन जीत दर्ज कराने के बावजूद सरकार से बाहर रहना उन्हें नागवार गुजर रहा है। इसका ही परिणाम है यह पहला ब्लास्ट।

बीती देर रात लगभग ग्यारह बजे गया के बोधीबिगहा गांव में नक्सलियों ने इस सामुदायिक भवन को  ध्वस्त किया।  माओवादियों ने यहां पर दो आईईडी भी छोड़ा है, एक भवन के पीछे और दूसरा भवन के आगे।  साथ ही नक्सलियों ने हाथ से लिखा हुआ एक पर्चा भी  छोड़ा गया है, जिसमें बीजेपी और एनडीए सरकार को ध्वस्त करने की बातें लिखी हुई हैं। लिखा है- ‘ब्राह्मणीय हिंदू फासीवादी बीजेपी व एनडी ए सरकार को ध्वस्त करें। अर्धसैनिक बल व पुलिसिया अड्डा को ध्वस्त करें। पुलिस व अर्धसैनिक बल द्वारा आम जनता पर पुलिसिया अत्याचार करना बंद करो।

पुलिसिया राज्य को ध्वस्त करें व नई जनवादी व्यवस्था कायम करें। पुलिसिया खुफिया तंत्र पुलिस मुखबिर एसपीओ को ध्वस्त कर नई जनवादी खुफिया तंत्र को विकसित करें। गांव-गांव में क्रांतिकारी विकास कमिटी जनमिलिशिया पार्टी व संयुक्त मोर्चा को मजबूत कर ऑपरेशन सामाधान नीति को ध्वस्त करें।’ बता दें कि ध्वस्त सामुदायिक भवन का शिलान्यास बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने किया था।