Nawab Malik | बीकेसी में पकड़े गए 14 करोड़ और समीर वानखेड़े ; बोगस नोट का फडणवीस कनेक्शन का मलिक का दावा 

मुंबई (Mumbai News) : Nawab Malik | देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने मुख्यमंत्री रहते अपराधियों को संरक्षण दिया।  अंडरवर्ल्ड (Underworld) से होने वाली वसूली को उनका आशीर्वाद प्राप्त था।  कई अपराधियों  को सरकारी पदों पर बिठाने का काम फडणवीस ने किया।  इस तरह का गंभीर आरोप अल्पसंख्यक मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस (NCP) के नेता नवाब मलिक (Nawab Malik) ने लगाया है।  नोटबंदी (Demonetisation) के बाद वर्षभर में राज्य में एक भी बड़ी कार्रवाई क्यों नहीं हुई ? इसके तार कहा तक जुड़े थे ? इसे लेकर मलिक ने सनसनीखेज दावा किया है।

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 8 नवंबर 2016 में नोटबंदी लगाया था।  मोदी ने कहा था कि इससे आतंकवाद (Terrorism), ब्लैक मनी (Black Money) को खत्म हो जाएगी। नोटबंदी से फ़र्ज़ी नोट खत्म होंगे।  इसके बाद मध्य प्रदेश, पंजाब, तमिलनाडु में फ़र्ज़ी नोट पकड़ा गया था।  लेकिन 8 अक्टूबर 2017 तक महाराष्ट्र (Maharashtra) में फ़र्ज़ी नोट (Fake Notes) पकडे जाने का एक भी मामला सामने नहीं आया।  क्योकि देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में फ़र्ज़ी नोट का खेल राज्य में चल रहा था।
8 अक्टूबर 2017 में बीकेसी में छापेमारी (Raid) कर 14 करोड़ 56 लाख रुपए का नकली नोट पकड़ा गया था।  इस मामले को दबा दिया गया।  इसमें देवेंद्र फडणवीस ने मदद की।  इस मामले में मुंबई (Mumbai), पुणे (Pune) से कुछ लोगों को गिरफ्तार (Arrest) किया गया था।  नवी मुंबई से भी एक व्यक्ति को पकड़ा गया था। लेकिन 14 करोड़ 56 को 8 लाख 80 हज़ार बताकर मामले को दबा दिया गया।  इस मामले की जांच समीर वानखेड़े के पास थी।

फ़र्ज़ी नोट को अर्थव्यवस्था (Economy) में लाने का काम पाकिस्तान, आईएसआई दवारा किया जाता है।  इसका सीधा संबंध देश की सुरक्षा से है।  लेकिन इसके बावजूद इस मामले की जांच एनआईए (NIA) के पास नहीं गई।  नोट कहा से आया इसकी जांच नहीं की गई।  क्योंकि तत्कालीन सरकार का संरक्षण इन सभी को था।

 

 

Central Railway | अप्रैल-21 से अक्टूबर-21 के दौरान पार्सल से मध्य रेलवे को 174.40 करोड़ रुपए की आय